शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायकों के साथ खूंटी गए थे। जहां उन्होंने लतरातू डैम में बोटिंग भी की। देर शाम खूंटी से वापस रांची लौटने के बाद विधायकों के साथ फिर से मीटिंग का दौर शुरू हुआ। आज भी झामुमो, कांग्रेस, राजद के सभी 42 विधायकों को रांची में बने रहने का निर्देश दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो आज सोरेन विधायकों के साथ नेतरहाट जा सकते हैं।
विधायकों के साथ पिकनिक पॉलिटिक्स के बाबत सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता ने बताया कि CM हेमंत सोरेन और कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व को इस बात की आशंका है कि उनके कुछ विधायक उन्हें धोखा दे सकते हैं। साथ ही वे बाहर एकजुटता का संदेश भी देना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में वे विधायकों को पिकनिक के जरिए एकजुट रखने की कोशिश कर रहे हैं।
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इधर शनिवार शाम रांची पहुंचते ही कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश हो रही है। केवल झारखंड ही नहीं जहां-जहां गैर भाजपा की सरकारें हैं वहां सरकार को विकास कार्य करने से रोका जा रहा है। हालांकि उन्होंने ये बात भी स्वीकार की कि झारखंड के कांग्रेस विधायक एकजुट हैं।
बताते चले कि मौजूदा संकट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिए जाने की वजह से पैदा हुआ है। राज्यपाल रमेश बैस ने उनकी विधानसभा की सदस्यता खारिज करने का आदेश दे दिया है, लेकिन प्रक्रिया के अनुसार इस संबंध में आधिकारिक पत्र निर्वाचन आयोग जारी करेगा। चुनाव आयोग की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किए जाने का अभी इंतजार किया जा रहा है।