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राष्ट्रीय

विरोध प्रदर्शन करने जा रहे थे छात्र, पुलिस ने रोका, नहीं माने तो बुरी तरह मारा

Jharkhand: झारखंड के पाकुड़ जिला मुख्यालय स्थित केकेएम कॉलेज के हॉस्टल में शुक्रवार रात पुलिसकर्मियों ने करीब एक दर्जन छात्रों की बुरी तरह पिटाई की।

रांचीJul 27, 2024 / 03:36 pm

Prashant Tiwari

झारखंड के पाकुड़ जिला मुख्यालय स्थित केकेएम कॉलेज के हॉस्टल में शुक्रवार रात पुलिसकर्मियों ने करीब एक दर्जन छात्रों की बुरी तरह पिटाई की। 10 से ज्यादा ज्यादा छात्र घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए पाकुड़ सदर हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। बता दें कि छात्रों ने झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ शनिवार को आक्रोश रैली निकालने का ऐलान किया था। आरोप है कि पुलिस अफसरों ने देर रात हॉस्टल पहुंचकर रैली रोकने का दबाव डाला। इनकार करने पर लाठी-डंडों से उनकी जमकर पिटाई की गई।
पुलिस ने लगाया छात्रों पर हमला करने का अरोप

इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि एक व्यक्ति के अपहरण की सूचना पर मोबाइल लोकेशन की जांच करते हुए पुलिस टीम हॉस्टल पहुंची थी, तब उनपर छात्रों ने हमला कर दिया। वहीं, दूसरी तरफ छात्र नेता कमल मुर्मू ने मीडिया को बताया कि पहले से निर्धारित आक्रोश रैली को रोकने के लिए बीती रात करीब साढ़े दस बजे एक पुलिस पदाधिकारी हॉस्टल में आए और उनसे कहा कि रैली नहीं निकलनी चाहिए। छात्रों ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद रात करीब एक बजे 100 से भी ज्यादा पुलिस अफसर और जवान लाठी-डंडे लेकर हॉस्टल पहुंचे और छात्रों के कमरे खुलवाकर पिटाई की।
BJP सरकार पर हमलावर

इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी जहां सरकार पर हमलावर है। वहीं, सरकार बचाव की स्थिती में दिख रही है। BJP के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने से हेमंत सरकार इस तरह बौखला गई है कि छात्रों पर हमले कराया जा रहा है।
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया ‘एक्सट पर लिखा, “बांग्लादेशी मुसलमानों के अवैध घुसपैठ के विरुद्ध प्रदर्शन करने वाले युवा छात्रों की कल देर रात हेमंत सरकार की पुलिस ने छात्रावास में घुसकर बर्बरतापूर्ण पिटाई की है। छात्रों के ऊपर हुए इस कायराना हमले की वीभत्स तस्वीरें विचलित करने वाली हैं।”
मरांडी ने हेमंत सोरेन को संबोधित करते हुए लिखा, “अपनी मां-बहनों की रक्षा के लिए घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने वाले युवा छात्रों पर अत्याचार और बाहरियों पर इतना प्रेम बरसाने की वजह क्या है? बांग्लादेशी घुसपैठिए झारखंड की अस्मिता और अस्तित्व के लिए खतरा बने हुए हैं। इन्हें संरक्षण देकर आप प्रदेश की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस घटना में संलिप्त जितने भी पुलिसवाले शामिल हैं, उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कारवाई करें।‘
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