लंबे समय से प्रोजेक्ट का कर रहे विरोध
गौरतलब है कि स्थानीय लोग लंबे समय से इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। सोमवार को करीब 1 हजार से ज्यादा लोग प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि इस परियोजना लागू होने से हम बेरोजगार हो जाएंगे। वहीं अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने और परियोजना से प्रभावित होने वाले परिवारों के समुचित पुनर्वास की मांग की गई है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाने वाले रोपवे प्रोजेक्ट से मौजूदा रूट के लोकल दुकानदार के व्यापार पर असर पड़ेगा। पालकी मालिकों का कहना है कि नया प्रोजेक्ट 250 करोड़ की लागत से बन रहा है। इससे बनने के बाद श्रद्धालु रोपवे से जाएंगे। इससे हमारी रोजी रोटी छिन जाएगी।
क्या है माता वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट
माता वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट 250 करोड़ रुपये की परियोजना है। इस परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और तीव्र यात्रा का आनंद देना था। परियोजना की घोषणा होने के बाद से ही खच्चर और पालकी मालिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके तहत कटरा से सांझीछत जाने के लिए 6 मिनट का समय लगेगा और इसके बाद करीब 50 मिनट में वैष्णो देवी भवन तक पहुंचा जा सकता है। फिलहाल श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में चढ़ाई करके करीब 7 घंटे लगते हैं। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद श्रद्धालुओं को महज एक घंटा लगेगा। रोपवे एक घंटे में 1 हजार लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकेगा।