उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रशासन नहीं चाहता है कि लोग घर से बाहर निकल सकें। ऐसे में लोग गुपकर गठबंधन द्वारा आयोजित विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सकेंगे। उन्होंने लिखा कि ‘गुड मोर्निंग, 2022 में आपका स्वागत है। इस नए साल में भी जम्मू-कश्मीर पुलिस अवैध रूप से लोगों को उनके घरों में नजरबंद कर रही है।
पूर्व सीएम का कहना है कि प्रशासन सामान्य लोकतांत्रिक गतिविधि से भी डर रहा है। गुपकर गठबंधन द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन को भंग करने के उद्देश्य से पुलिस ने घर के दोनों गेट के बाहर ट्रक खड़े किए हैं। उन्होंने आगे लिखा कि कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं। इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि एक अराजक पुलिस राज्य की बात करें, तो पुलिस ने मेरे पिता के घर को मेरी बहन के घर से जोड़ने वाले अंदर के गेट को भी बंद कर दिया है। इसके बावजूद भी हमारे नेताओं के पास दुनिया को यह बताने की हिम्मत है कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
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गौरतलब है कि पीएजीडी ने जम्मू संभाग में विधानसभा की 6 और कश्मीर में 1 सीट बढ़ाने के परिसीमन आयोग के प्रस्ताव के खिलाफ शनिवार को श्रीनगर में प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। आयोग की सिफारिशों के बाद जम्मू में सीट संख्या 43 और कश्मीर में 47 हो सकती हैं।
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इस दौरान उमर अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘भगदड़ में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं इस हादसे में सभी घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। बता दें कि नए साल के मौके पर जम्मू-कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मच गई थी। इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई वहीं 26 लोग घायल बताए जा रहे हैं।