एनआईए ने सुबह छह बजे से जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ तलाशी अभियान चलाया। ये छापेमारी 8 और 9 अगस्त को श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और आतंकवाद विरोधी एजेंसी के 61 छापे के क्रम में जारी है।
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Jammu Kashmir: बांदीपोरा में आतंकियों ने किया ग्रेनेड से हमला, कई नागरिक घायल एनआईए के अधिकारियों ने जिन JEI संदिग्धों से पूछताछ की, वे गांदरबल, श्रीनगर, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, राजौरी और डोडा जिलों के थे। अधिकारियों ने कहा, ‘हम जेईआई मामले से जुड़े कुछ और लोगों की तलाश कर रहे हैं और उन्हें बहुत जल्द तलब किया जाएगा।
NIA ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया। घाटी में आम नागरिकों की हत्या के सिलसिले में एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है। जिन लोगों या संदिग्धों के ठिकानों पर छापे पड़े हैं, उन पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आतंकियों की मदद करने का आरोप है।
तीन दिन में 32 ठिकानों पर छापे
एनआईए की छापेमारी कार्रवाई किस रफ्तार में चल रही है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 10 अक्टूबर को एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापा मारा था। इनमें कुलगाम, बारामुला, श्रीनगर, अनंतनाग में कार्रवाई की थी।
वहीं 12 अक्टूबर को एक बार फिर एनआईए ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान भी एनआईए ने 16 ठिकानों पर रेड मारी। । एनआईए ने यह छापा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल बद्र, द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), पीपल अगेंस्ट फासिस्ट फोर्सेज (पीएएफएफ), मुजाहिदीन गजवतुल हिंद (एमजीएच) समेत विभिन्न आतंकी संगठनों की साजिशों का पर्दाफाश करने के लिए मारा था
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कश्मीर के युवाओं को अमित शाह का संदेश, अपने दिल से डर निकाल दो, अब शांति और विकास कोई नहीं बिगाड़ सकता इस तरह महज तीन दिन में एनआईए ने कुल 32 ठिकानों पर छापेमारी की। हालांकि ठीक एक दिन यानी 13 अक्टूबर को भी एनआईए ने छापेमारी की। इस दौरान दो ठिकानों पर रेड मारी गई। एनआईए ने इस दौरान पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया।