सुमवाली गांव में कोई सीधा सड़क संपर्क नहीं है और कड़ाके की ठंडी और बर्फ से ढकी सड़कों में काफी दूर तक चलना था। इसके बाद भी सेना के जवान गांव पहुंचे और पेट दर्द से पीड़ित गर्भवती महिला को बोनियार के नजदीक हास्पिटल पहुंचाया।
डिहाइड्रेशन और उल्टी से पीड़ित बच्चे को भी जवानों ने पहुंचाया हास्पिटल
जिस गांव की गर्भवती महिला को सेना के जवानों ने हास्पिटल पहुंचाया, उसी गांव से डिहाइड्रेशन और उल्टी से पीड़ित एक बच्चे की लिए ग्रामीणों ने सेना से मदद मांगी। इसके बाद फिर से सेना के जवान बर्फ से ढकी सड़कों में चलकर गांव पहुंचे और फिर बच्चे को लेकर हास्पिटल पहुंचाया।
परिवार और स्थानीय लोगों ने सेना का जताया आभार
सैनिकों की मदद से गर्भवती महिला और बच्चा दोनों ही सुरक्षित हैं, जिसके लिए गर्भवती महिला और डिहाइड्रेशन से पीड़ित बच्चे के परिवार के लोगों और स्थानीय लोगों ने आभार जताया। इसके साथ ही सेना के जवानों ने भी हर संभव मदद का भरोषा जताया।
सैनिकों की मदद से गर्भवती महिला और बच्चा दोनों ही सुरक्षित हैं, जिसके लिए गर्भवती महिला और डिहाइड्रेशन से पीड़ित बच्चे के परिवार के लोगों और स्थानीय लोगों ने आभार जताया। इसके साथ ही सेना के जवानों ने भी हर संभव मदद का भरोषा जताया।