पाकिस्तानी आतंकी तबारक हुसैन ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि “मुझे 3 से 4 अन्य आतंकवादियों के साथ यहां भेजा गया था। हमें पाकिस्तानी कर्नल यूनुस चौधरी ने नियंत्रण रेखा पार करने के बाद भारतीय सैनिकों पर ‘फिदायीन’ हमले को अंजाम देने के लिए पैसे दिए गए थे।” इसके साथ ही उसने बताया कि वह इससे पहले 2016 में यहां आया था, लेकिन सेना के जवानों पर हमला करने में असफल रहा था।
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सेना के डॉक्टर राजीव नायर ने कहा कि आतंकी तबारक हुसैन को यहां गंभीर हालत में लाया गया था, लेकिन अब उनकी जान बच गई है। उन्होंने बताया कि गोली के घाव से पूरी तरह से उबरने में उसे कई सप्ताह लगेंगे। इसके बाद जब डॉक्टर से आतंकवादी की जान बचाने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “हमारे लिए, यहां आने वाला हर व्यक्ति एक मरीज है। डॉक्टर होने के नाते, हमारे मरीजों की जान बचाना हमारा प्राथमिक काम है। हमने उसकी जान बचाने के लिए वही प्रयास किया है। हमारे भारतीय सैनिकों ने भी रक्तदान करके उनकी जान बचाई, यह उनकी वीरता है।”
जम्मू-कश्मीर में सेना के जवान ऑपरेशन ऑलआउट चलाकर लगातार आतंकवादियों की कमर तोड़ने में जुटे हैं। आज सुरक्षा बल के जवानों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहे तीन आतंकियों को ढेर किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि सेना और बारामूला पुलिस ने उरी के कमलकोट सेक्टर में मड़ियां नानक चौकी के पास 3 घुसपैठियों को मार गिराया है।