उच्च शिक्षा विभाग की सचिव सुषमा चौहान ने आदेश जारी किया किया था जिसमें कहा गया कि सभी स्टाफ सदस्यों और स्टूडेंट्स को कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद ही कॉलेजों में फिजिकल मोड में कक्षाएं लगाई जा सकेंगी।
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Jammu Kashmir: चानापोरा में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फेंका ग्रेनेड, एक जवान जख्मी कोरोना से जंग के बीच जम्मू-कश्मीर एक बार फिर कॉलेज खोले जाने की अनुमति दी गई है। इसके तहत छात्रों और कर्मचारियों के शत-प्रतिशत टीकाकरण के अधीन कॉलेजों को फिर से खोलने का आदेश जारी कर दिया।
उच्च शिक्षा विभाग की सचिव सुषमा चौहान ने आदेश जारी करते हुए निर्देश दिया कि, सभी स्टाफ सदस्यों और स्टूडेंट्स को कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद ही कॉलेजों में फिजिकल मोड में कक्षाएं लगाई जा सकेंगी।
इस दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना भी अनिवार्य होगा। घाटी के सरकारी डिग्री कॉलेज संबंधित डिप्टी कमिश्नर की विशिष्ट अनुमति के अधीन फिर से खुलेंगे।
इस बात का भी रखना होगा ध्यान
सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक कुछ खास बातों का भी ध्यान रखना होगा। इसके तहत संबंधित संस्थान के प्रमुख को यह सुनिश्चित करना होगा कि सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 प्रोटोकॉल से संबंधित दिशानिर्देश का अक्षरश: पालन किया जाए।
बता दें कि देशभर के कई राज्यों में कोरोना के मामलों में कमी के चलते शिक्षण संस्थानों को खोलने का फैसला लिया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में इससे पहले 9 से 12वीं तक के स्कूलों को खोलने की भी मंजूरी दी गई थी। अब कॉलेज छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का ध्यान रखते हुए अहम फैसला लिया गया है।
हालांकि इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस भी जारी रहेंगी। जो घर से ही पढ़ना चाहते हैं, वे ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पढ़ाई जारी रख सकते हैं। प्रबंधन कॉलेज आने के लिए किसी को बाध्य नहीं कर सकता।
घाटी में कोरोना का हाल
जम्मू और कश्मीर में शुक्रवार को कोविड-19 के 173 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे संक्रमण की संख्या 3 लाख 26 हजार 653 हो गई। वहीं बीते 24 घंटों में वायरस के कारण एक मौत हुई, जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 4412 हो गई।
कोरोना वायरस के ताजा मामलों में 23 जम्मू संभाग से और 150 केंद्र शासित प्रदेश के कश्मीर संभाग से सामने आए हैं।
यह भी पढ़ेंः Rahul Gandhi Jammu Visit: राहुल ने BJP-SS पर लगाया बड़ा आरोप, जम्मू-कश्मीर को बताया अपना घर बढ़ा रिकवरी रेटजम्मू-कश्मीर में कोरोना को लेकर हालत में सुधार देखने को मिल रहा है। खास तौर पर रिकवरी रेट पहले से बेहतर नजर आ रहा है। श्रीनगर जिले में सबसे ज्यादा 80 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद बडगाम जिले में 21 मामले दर्ज किए गए।
केंद्र शासित प्रदेश में 1293 सक्रिय मामले थे क्योंकि रिकवरी ताजा मामलों से ज्यादा है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल महामारी के प्रकोप के बाद से ठीक होने वालों की कुल संख्या 3 लाख 20 हजार 948 हो गई है। यानी रिकवरी रेट में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।