जैन मुनि ने वीडियो में कहा कि राहुल गांधी के बारे में मेरे विचार उनकी 3000-4000 किमी चलने की तपस्या को देखने के बाद बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं सोचता था कि वह आम आदमी के बारे में गंभीर नहीं हैं और उनके दर्द को नहीं समझते, लेकिन सच कुछ और ही है।
जैन मुनि ने आगे कहा
मैं देख रहा था कि कैसे एक बूढ़ा आदमी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की ओर दौड़ता हुआ आया। जैसे ही वह करीब आया उसने गांधी के पैर ऊपर उलटी कर दी। अगर कोई और आम आदमी होता, तो वह बिना रुके पीछे हट जाता, लेकिन गांधी वैसे ही खड़े रहे। आदमी ने और उल्टी कर दी, लेकिन राहुल नहीं हटे। वह कितना बुद्धिमान आदमी है, वह भारत को बदल देगा। जिसके लिए मैं निगेटिव सोचता था, आज मेरी सोच उसके लिए पॉजिटिव हो गई है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4 हजार किलोमीटर लंबी पदयात्रा सितंबर 2022 में शुरू की थी। इसके बाद राहुल गांधी ने कश्मीर के लाल चौक में पहुंचकर झंडा फहराया था। कांग्रेस का कहना था कि देश को जोड़ने के लिए यह यात्रा आयोजित की गई थी। नफरत की जगह मोहब्बत की दुकान खोलने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया था। जैन मुनि ने कहा कि यह राहुल गांधी ने तपस्या की है। तपस्या की अनुवाद लोग तरह-तरह से करते हैं लेकिन इसका असली मतलब होता है ताप को पैदा करना। राहुल गांधी ने वही किया है। वो तारीफ के काबिल हैं।