मैसुरु के शाही वंशज यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार और ‘राजमाता’ प्रमोदा देवी वाडियार ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर नाश्ते पर आमंत्रित किया था। इन्होंने इससे पहले पीएम मोदी के साथ योग दिवस कार्यक्रम के मंच पर हिस्सा लिया था। कार्यक्रम के बाद शाही परिवार के निमंत्रण पर पीएम गाड़ी से नाश्ते के लिए राजमहल पहुंचे।
प्रमोदा देवी वाडियार का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर नाश्ते के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपने घर पर नाश्ते पर आने के लिए आमंत्रित किया था। मैंने पत्र में लिखा था कि जब वो मैसूर आए तो हमारे घर नाश्ते पर जरूर आए। उन्होंने हमारे निमंत्रण को स्वीकर कर लिया, और हम खुश हैं।”
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैसूर के इस पूर्व शाही परिवार के साथ महल में नाश्ता किया, जहां प्रसिद्ध ‘मैसूर पाक’ और ‘मैसूर मसाला डोसा’ मेनू का हिस्सा थे। मैसूर में होने के कारण मेनू स्वाभाविक रूप से दक्षिण भारतीय था। प्रमोदा देवी वाडियार ने कहा, “मैसुरु में होने के कारण मेन्यू स्वाभाविक रूप से दक्षिण भारतीय होगा, साथ ही प्रधानमंत्री की अगर कोई प्राथमिकता होगी तो वो भी पेश किया जाएगा। यही नहीं, ‘मैसूर पाक’ जिसकी शुरुआत मैसुरु में हुई और मैसूर मसाला डोसा भी निश्चित रूप से मेन्यू का हिस्सा रहे।” बात करें 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में आयोजित कार्यक्रम की तो पीएम मोदी ने योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए जीवन में इसके महत्व के बारे में बताया और कहा कि निरोग शरीर के लिए योग बहुत जरुरी है। पीएम ने कहा आज देश के हर कोने में योग की गूंज सुनाई दे रही है। ये जीवन जीने का एक तरीका बन गया है। बता दें, 2015 से, हर साल 21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस साल के योग दिवस का विषय ‘मानवता के लिए योग’ है। वहीं इस मौके पर पीएम मोदी के साथ इस कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद रहे।
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