भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 108वें सत्र में पीएम मोदी ने कहाकि, अगले 25 वर्षों में भारत जिस ऊंचाई पर होगा उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी। विज्ञान में जोश के साथ जब देश की सेवा का संकल्प जुड़ जाता है तो नतीजे भी अभूतपूर्ण आते हैं। मुझे विश्वास है कि भारत की वैज्ञानिक समुदाय भारत को 21वीं सदी में वो मुकाम हासिल कराएगी जिसका वो हमेशा हकदार रहा है।
डेटा और तकनीक भारत की ताकत पीएम मोदी ने कहाकि, 21वीं सदी के आज के भारत में हमारे पास दो चीज़े हैं-पहली डेटा और दूसरी तकनीक है। इन दोनों में भारत के विज्ञान को नई बुलंदियों में पहुंचाने की ताकत है। डेटा विश्लेषण की फील्ड तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है।
स्टार्टअप इकोसिस्टम में टॉप 3 देशों में भारत पीएम मोदी ने कहाकि, आज भारत Phds के मामले में दुनिया के टॉप 3 देशों में है, आज भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम के मामले में दुनिया के टॉप 3 देशों में है।
वुमन की भागीदारी से साइंस का इम्पावरमेंट महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए पीएम मोदी ने कहाकि, आज देश की सोच केवल यह नहीं है कि साइंस के ज़रिए वुमन इम्पावरमेंट करें, बल्कि वुमन की भागीदारी से साइंस का भी इम्पावरमेंट करें। साइंस और रिसर्च को नई गति दें, यह हमारा लक्ष्य है।
भारतीय विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय क्या है जानें 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय महिला सशक्तीकरण के साथ सतत विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी है। विज्ञान कांग्रेस में सतत विकास, महिला सशक्तीकरण और इसे प्राप्त करने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका के मुद्दों पर मंथन होगा।