इस ट्रेन का न्यूनतम किराया रेलवे बोर्ड ने 35 रुपए निर्धारित किया है। यह रेल किराया 0 से 50 किलोमीटर के लिए वसूल किया जाएगा। वंदेभारत की तरह यह भी पुलपुस ट्रेन है। इसे आरंभिक समय में वंदेभारत साधारण कहा जा रहा था। ट्रेन में 22 कोच लगाए जा रहे हैं। 12 कोच अनारक्षिण श्रेणी के होंगे। इसमें छह हजार हार्स पॉवर के दो इंजन लगाए जा रहे हैं। इसे चितरंजन रेल कारखाना में तैयार किया गया है।
रेलवे बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या से चलने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस को आनंद विहार तक लाया जाएगा। वहीं दूसरी अमृत भारत ट्रेन इसी वित्त वर्ष में पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन से बंगलौर के बीच चलाई जाएगी। ट्रेनों का ट्रायल रन पूरा हो चुका है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस ट्रेन के ट्रायल रन पर खुशी जाहिर की है।
17 फीसदी महंगा
रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि सेकेंड और स्लीपर क्लास की दूसरे मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के किराए से तुलना करें तो अमृत भारत ट्रेन का किराया 15 से 17 फीसदी तक महंगा होगा। अभी ट्रेनों में एक से 50 किलोमीटर तक के सफर का किराया रिजर्वेशन और अन्य चार्ज छोड़कर 30 रुपए है और अमृत भारत ट्रेन का 35 रुपए होगा। यह 17 फीसदी महंगा होगा।
छूट वाले टिकट नहीं चलेंगे
रेलवे बोर्ड ने अमृत भारत ट्रेन की यात्रा को लेकर साफ कर दिया है कि इसमें किसी भी प्रकार की छूट लागू नहीं की जाएगी। रेल कर्मचारियों का पास की पात्रता मेल और एक्सप्रेस के बराबर होगी।
सिर्फ सांसद और सेनानी को अनुमति
रेलवे बोर्ड ने अपने आदेश में कहा है कि सांसदों, विधायकों और एमएलसी को जारी किए गए रेल यात्रा कूपन और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जारी पास पर टिकट बुकिंग की अनुमति होगी क्योंकि यहां पैसा वापसी का प्रावधान है।