क्या बोले रेल मंत्री?
रेल मंत्री ने बताया कि हाल ही में लॉन्च किए गए कवच-4 को लोकोमोटिव (रेल इंजन) और पटरियों पर लगाने का काम प्राथमिकता पर किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि अगले छह साल के दौरान पूरे देश के रेल नेटवर्क में कवच इंस्टॉल कर दिया जाएगा। और बहुत जल्द इंडियन रेलवे जीरो ट्रेन एक्सिडेंट और जीरो ट्रेन डिरेलमेंट के नए कीर्तिमान को छू लेगी।
क्या है रेलवे का कवच 4?
रेलवे का कवच 4.0 पूरी तरह ऑटोमेटेड प्रोटेक्शन सिस्टम है। यह नई आधुनिक तकनीक पर आधारित है। यह सिस्टम ट्रेन की निर्धारित स्पीड से 2 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा की स्पीड होने पर कवच ओवर स्पीड अलार्म बजा देगा। तो वहीं अगर ट्रेन की निर्धारित स्पीड से 5 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा होगी तो ऑटोमैटिक ब्रेक लग जाएंगे।
18 हजार इलेक्ट्रीफाइड लोकोमोटिव मौजूद
रेल मंत्रालय के अनुसार, रेलवे के पास कुल 18 हजार इलेक्ट्रीफाइड लोकोमोटिव हैं। अगले दो साल में इनमें से 10 हजार लोकोमोटिव में कवच इंस्टॉल करने का टारगेट रखा गया है, जबकि अगले चार साल में सभी इलेक्ट्रीफाइड लोकोमोटिव में और देश भर के इलेक्ट्रीफाइड रेल ट्रैक पर कवच 4 इंस्टॉल होना है।