कौनसी है ये खास ट्रेन?
इस स्पेशल ट्रेन का नाम है सचखंड एक्सप्रेस (Sachkhand-Express) (12715) है। बीते कई सालों से इस ट्रेन में यात्रियों को स्पेशल लंगर परोसी जाती है। सचखंड एक्सप्रेस 39 स्टेशनों पर रुकती है, इस दौरान 6 स्टेशनों पर यात्रियों के लिए लंगर लगता है। ट्रेन भी उसी हिसाब से उन स्टेशनों पर रुकती है कि लोग आराम से लंगर लेकर खा सकें।
29 सालों से मिल रहा लंगर
यह ट्रेन काफी पुराणी ट्रेन है और इसमें करीब 29 सालों से यात्रियों को फ्री में खाना खिलाया जा रहा है। जिन्होंने कभी भी इस ट्रेन से सफर किया है वो जानते हैं कि इन ट्रेन से सफर के दौरान खाना लेकर जाने या खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती। इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्री अपने बर्तन साथ लेकर चलते है। यह लंगर आपको बिलकुल मुफ्त मिलता है इसके लिए आपको एक भी रूपए खर्च नहीं करने पड़ते। ट्रेन में पैंट्री भी है, लेकिन यहां पर खाना नहीं बनता है, क्योंकि लोगों की जरूरत लंगर से पूरी हो जाती है।
2000 से ज्यादा लोगों का बनता है खाना
इस ट्रेन की शुरुआत 1995 में हुई थी। पहले यह ट्रेन हफ्ते में एक बार ही चलती थी लेकिन बाद में इसे बढ़ा कर हफ्ते में दो बार कर दिया है। फिर 1997 में इसे हफ्ते में 5 बार और फिर इसे बढ़ाकर रोजाना कर दिया गया। इस लंगर को एक व्यापारी द्वारा चलाया जाता था। इस लंगर में रोज अनुमानन 2000 लोग खाना कहते है। स्टेशन आने पर कुछ सेवादार ट्रेन में और कुछ स्टेशनों पर यात्रियों को लंगर का प्रसाद परोसते हैं। सालों से चली आ रही ये परंपरा आज भी जारी है।