सैन्य तैयारियों को परखेगी वायुसेना बताया जा रहा है कि, इस सैन्य अभ्यास का मकसद भारतीय वायुसेना की समग्र युद्धक क्षमता और इस क्षेत्र में सैन्य तैयारियों को परखना है। इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के सुखोई-30, एमकेआई और राफेल जेट समेत अग्रिम पंक्ति के विमान मिल होंगे। पूर्वोत्तर क्षेत्र में वायुसेना के सभी अग्रिम अड्डे और कुछ एडवांस लैंडिंग ग्राउंड्स (एएलजी) को भी अभ्यास में शामिल किया जाना है।
15 दिसंबर से भारत-कजाकिस्तान संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि, मेघालय के उमरोई में 15 से 28 दिसंबर तक भारत-कजाकिस्तान संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास काजिंद-22 का छठा संस्करण आयोजित किया जाएगा। कजाकिस्तान सेना के क्षेत्रीय कमान के सैनिक, 11 गोरखा राइफल्स के दक्षिण और भारतीय सेना के सैनिक शामिल होंगे।
एक साथ काम करने की क्षमता को बढ़ावा देना अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र शांति प्रवर्तन शासनादेश के तहत सकारात्मक सैन्य संबंध बनाना, एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं को आत्मसात करना और अर्ध-शहरी और जंगल परिदृश्य में आतंकवाद-रोधी अभियानों को अंजाम देते हुए एक साथ काम करने की क्षमता को बढ़ावा देना है।