इसके साथ ही अमरीकी सेना की मदद से 200 भारतीयों की वतन वापसी का मिशन पूरा हुआ है। भारतीयों को निकालने के बाद विमान ताजिकिस्तान के दुशांबे में उतरा। यहां से फ्यूल भरवाकर विमान भारत के लिए रवाना हो गया है। शाम को दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर पहुंचने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ेंः Kabul Airport से करीब 150 लोगों को तालिबानियों ने किया किडनैप, इनमें कई भारतीय, सभी सुरक्षित भारत काबुल पर तालिबान के कब्जा किए जाने के बाद लगातार भारतीयों को वहां से निकालने में जुटा है। इसके लिए वायुसेना एक बार फिर देवदूत बनी है। भारतीय वायुसेना के दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों में काबुल स्थित भारतीय दूतावास के कर्मचारियों समेत 200 लोगों को पहले ही निकाल चुका है।
मिशन वतन वापसी के तहत पहली उड़ान बीते सोमवार को वायुसेना के विमान ने काबुल से भरी। इसमें करीब 40 लोगों को भारत लाया गया। जबकि दूसरे सी-17 विमान ने मंगलवार को काबुल में फंसे भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों, सुरक्षा कर्मियों और कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों को सुरक्षित निकाला।
बता दें कि अमरीकी सेना की वापसी के बीच तालिबान ने इस महीने पूरे अफगानिस्तान में काबुल सहित लगभग सभी प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया। अमरीकी सेना के सहयोगी से पूरा हुआ मिशन
विदेश मंत्रायल के मुताबिक भारत सरकार का पूरा फोकस अफगान की राजधानी काबुल में मौजूद सभी भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है।
विदेश मंत्रायल के मुताबिक भारत सरकार का पूरा फोकस अफगान की राजधानी काबुल में मौजूद सभी भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है।
MEA ने कहा कि सरकार की तत्काल प्राथमिकता अफगानिस्तान में वर्तमान में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करना है। ताकि उन्हें भी जल्द से जल्द वापस लाया जा सके।
यह भी पढ़ेंः देहरादून की मिलिट्री एकेडमी में ट्रेनिंग ले चुका है Taliban का टॉप कमांडर स्टानिकजई, जानिए किस नाम से बुलाते हैं दोस्त एक अनुमान मुताबिक अब भी अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की संख्या करीब 400 हो सकती है। भारत उन्हें निकालने के तरीकों पर विचार कर रहा है, जिसमें अमरीका और अन्य मित्र देशों के साथ समन्वय स्थापित करना शामिल है।