चीन को करार जवाब देगा भारत
जानकारी के मुताबिक चीन की ओर से जारी घुसपैठ को देखते हुए सेना ने यह कदम उठाया है। इसके साथ ही सेना ने अपने विमानन विंग के एयर फायर पावर को भी मजबूत किया है। बता दें कि सेना ने अपनी विमानन विंग के एयर फायर पावर में हेरान आई ड्रोन, हथियारबंद अटैक हेलीकाप्टर रुद्र और ध्रुव की तैनाती की है। इस विंग में पहले से ही एविएशन विंग में बड़े पैमाने पर चीता हेलीकाप्टर तैनात थे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना ने स्वदेशी हल्के हेलीकाप्टर ध्रुव के स्क्वाड्रन को भी एलएसी से लगे इलाकों में तैनात कर दिया है। माना जा रहा है कि एलएसी से लगे इलाकों में ये हथियार सेना के कमांडरों को ऐसी क्षमताएं देते हैं, जिससे आपात स्थितियों में किसी भी आपरेशनों को अंजाम दिया जा सके। इसके साथ ही सेना के जवान चीन की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। यही नहीं सेना ने पूर्वी क्षेत्र में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए योजना तैयार की है।
यह भी पढ़ें: सेना ने लिया बिहार के मजदूरों की हत्या का बदला गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच करीब एक साल से सीमा विवाद जारी है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच गोलीबारी भी हुई थी, जिसमें सेना के कई जवान शहीद हो गए। वहीं भारत ने भी चीन को काफी नुकसान पहुंचाने का दावा किया था। बता दें कि दोनों देशों के बीच इस सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच 13 दौर की वार्ता हो चुकी है। हाल में हुई 13वें दौर की वार्ता करीब साढ़े आठ घंटे चली थी, इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने सीमा पर विवाद को खत्म करने के प्रयासों पर चर्चा की।