एक साल का सफर आसान नहीं:
एक साल पहले जब वैक्सीनेशन की शुरुआत देशभर में हुई थी तब 138 करोड़ की आबादी को वैक्सीन दिया जाना कोई आसान कार्य नहीं था। आज जब देश में कोरोना का नया वेरिएंट Omicron फैला हुआ है, उसमें टीकाकरण गंभीर बीमारी को रोकने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। बड़ी बात यह है कि देश में 8 फीसदी आबादी ऐसी है, जिसे अब तक एक भी टीका नहीं लगा। वहीं, 31 फीसदी आबादी ऐसी है, जिन्हों अब तक दोनों टीके नहीं लगे।
एक साल पहले जब वैक्सीनेशन की शुरुआत देशभर में हुई थी तब 138 करोड़ की आबादी को वैक्सीन दिया जाना कोई आसान कार्य नहीं था। आज जब देश में कोरोना का नया वेरिएंट Omicron फैला हुआ है, उसमें टीकाकरण गंभीर बीमारी को रोकने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। बड़ी बात यह है कि देश में 8 फीसदी आबादी ऐसी है, जिसे अब तक एक भी टीका नहीं लगा। वहीं, 31 फीसदी आबादी ऐसी है, जिन्हों अब तक दोनों टीके नहीं लगे।
क्या रहा पिछले एक साल का रिकॉर्ड:
देश में 18+ की तकरीबन 95 करोड़ की आबादी को वैक्सीन की डोज लगाई जानी थी। जहां अब तक 87 करोड़ को पहली डोज लग चुकी है।यानी करीब 92 फीसदी आबादी को पहली डोज लग चुकी है। वहीं करीब 65 करोड़ की आबादी को दोनों डोज लग चुकी हैं, यानी करीब 69 फीसदी।
15 से 18 अयुवर्ष के हैं 8 करोड़ बच्चे:
देश में 15 से 18 साल की उम्र के करीब 8 करोड़ बच्चे हैं, जिनको वैक्सीन लगाई जानी है, प्रधान मंत्री की घोषणा के बाद इस अयुवार्ग की वैक्सीनेशन का कार्य इस महीने ही शुरू हुआ है।अब तक सवा तीन करोड़ बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। यानी करीब 41 फीसदी। इन बच्चों को दूसरी डोज लगाई जानी अभी बाकी है। बीते सोमवार से ही बूस्टर डोज लगनी शुरू हुई है, करीब तीन लाख लोगों को बूस्टर डोज लगाई जानी है, जिसमें से 38 लाख बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है. यानी करीब 13 फीसदी।
देश में टीकाकरण कुछ इस तरह रहा:
0 से 50 करोड़ डोज- 203 दिन
50 से 100 करोड़ डोज- 75 दिन
100 से 150 करोड़ डोज– 82 दिन
दुनिया की महाशक्ति अमेरिका से तुलना करें तो अमेरिका में कुल वैक्सीनेशन हुआ है 52 करोड़ 56 लाख। जबकि भारत में कुल वैक्सीनेशन 156 करोड़ से ज्यादा हो चुके हैं। यानी भारत अमेरिका से तीन गुना वैक्सीन लगा चुका है।
100 फीसद वैक्सीनेशन का रास्ता अभी लंबा:
साल भर हो चुका है लेकिन देश अभी 100 फीसदी वैक्सीनेशन से बहुत दूर है। ऐसे में सवाल है कि कब कब तक लगेगा 100 फीसदी आबादी को टीका। देश में 15+ की कुल आबादी 103 करोड़ है, जिसमें से करीब 90 करोड़ को पहली डोज लगी है, जबकि करीब 65 करोड़ को दूसरी डोज लगी है। इसके मायने ये कि करीब 12 करोड़ 38 लाख की 15+ की आबादी को पहली डोज लगनी बाकी है, जबकि 37 करोड़ 85 लाख की आबादी को दूसरी डोज लगनी बाकी है।
देश में 18+ की तकरीबन 95 करोड़ की आबादी को वैक्सीन की डोज लगाई जानी थी। जहां अब तक 87 करोड़ को पहली डोज लग चुकी है।यानी करीब 92 फीसदी आबादी को पहली डोज लग चुकी है। वहीं करीब 65 करोड़ की आबादी को दोनों डोज लग चुकी हैं, यानी करीब 69 फीसदी।
15 से 18 अयुवर्ष के हैं 8 करोड़ बच्चे:
देश में 15 से 18 साल की उम्र के करीब 8 करोड़ बच्चे हैं, जिनको वैक्सीन लगाई जानी है, प्रधान मंत्री की घोषणा के बाद इस अयुवार्ग की वैक्सीनेशन का कार्य इस महीने ही शुरू हुआ है।अब तक सवा तीन करोड़ बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। यानी करीब 41 फीसदी। इन बच्चों को दूसरी डोज लगाई जानी अभी बाकी है। बीते सोमवार से ही बूस्टर डोज लगनी शुरू हुई है, करीब तीन लाख लोगों को बूस्टर डोज लगाई जानी है, जिसमें से 38 लाख बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है. यानी करीब 13 फीसदी।
देश में टीकाकरण कुछ इस तरह रहा:
0 से 50 करोड़ डोज- 203 दिन
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100 से 150 करोड़ डोज– 82 दिन
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अमेरिका से तीन गुना वैक्सीनेशन:दुनिया की महाशक्ति अमेरिका से तुलना करें तो अमेरिका में कुल वैक्सीनेशन हुआ है 52 करोड़ 56 लाख। जबकि भारत में कुल वैक्सीनेशन 156 करोड़ से ज्यादा हो चुके हैं। यानी भारत अमेरिका से तीन गुना वैक्सीन लगा चुका है।
100 फीसद वैक्सीनेशन का रास्ता अभी लंबा:
साल भर हो चुका है लेकिन देश अभी 100 फीसदी वैक्सीनेशन से बहुत दूर है। ऐसे में सवाल है कि कब कब तक लगेगा 100 फीसदी आबादी को टीका। देश में 15+ की कुल आबादी 103 करोड़ है, जिसमें से करीब 90 करोड़ को पहली डोज लगी है, जबकि करीब 65 करोड़ को दूसरी डोज लगी है। इसके मायने ये कि करीब 12 करोड़ 38 लाख की 15+ की आबादी को पहली डोज लगनी बाकी है, जबकि 37 करोड़ 85 लाख की आबादी को दूसरी डोज लगनी बाकी है।
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