भारतीय सेना लगातार अपने आयुध भंडार में बैलिस्टिक मिसाइलों की संख्या बढ़ा रही है। पिछले समय में भारतीय थल और वायु सेना ने ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइलों का ऑर्डर दिया है। तीनों सेनाओं में छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों को शामिल करने के साथ ही इनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी। जिससे उन्हें लंबे समय तक चलने वाले संघर्षों को झेलने की क्षमता मिलेगी।
हाल के दिनों में, संघर्षों में बैलिस्टिक मिसाइलों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है, जहाँ गैर-सरकारी तत्वों को भी एक ही रात में दुश्मन के ठिकानों पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें दागते देखा गया है। भारतीय सेना उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ संघर्ष में रही है, जिसके पास एक विशाल रॉकेट बल है और जिसके पास पारंपरिक या गैर-परमाणु भूमिकाओं में ऐसे लंबी दूरी के हथियारों का विशाल भंडार है। भारतीय सेनाओं ने सभी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए बड़े आकार की सूची वाले ऐसे संगठन के निर्माण की आवश्यकता पर विस्तृत चर्चा की है।