लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी को हराने के लिए बनाए गए INDIA गठबंधन को ममता बनर्जी तगड़ा झटका दिया हैं। बुधवार को मीडिया से बात करते हुए ममता बनर्जी ने INDIA गठबंधन से अलग होने का ऐलान किया हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस को चुनाव को लेकर कई सुझाव दिया था लेकिन मेरे प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया। इसलिए बंगाल में हम अकेले चुनाव लड़ेगे।
बता दें कि बार-बार समय निकल जाने के बाद भी सीट शेयरिंग न होने से तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष कांग्रेस से नाराज चल रही थी। समाचार एजेंसी से बात करते हुए टीएमसी के एक बड़े नेता ने कहा कि पार्टी राज्य की सभी सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
बंगाल में कांग्रेस को दो से ज्यादा सीटें देने के मूड में नहीं ममता
पिछले कई दिनों से ये बात सामने आ रही है कि ममता बनर्जी सूबे में कांग्रेस को दो से ज्यादा सीटें देने के मूड में नहीं हैं। वहीं, कांग्रेस 10-12 सीटों की मांग कर रही है। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमारी पार्टी सुप्रीमो ने साफ कर दिया है कि हमें कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है।कांग्रेस की न्याय यात्रा में भी शामिल नहीं होंगी ममता
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से निकाले जा रहे भारत जोड़ो न्याय यात्रा में पहले ममता बनर्जी भी शामिल होने वाली थी। लेकिन कांग्रेस के रवैये से नाराज वह अब यात्रा में भी शामिल नहीं होंगी।फारुक अब्दुल्ला भी है नाराज
बता दें कि सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कांग्रेस के रवैये से सिर्फ टीएमसी ही नहीं, जम्मू-कश्मीर की नेशनल कांफ्रेंस, उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी भी नाराज बताई जा रही है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के साथ बातचीत में कहा था कि अगर कांग्रेस जल्द सीट शेयरिंग के मुद्दे को नहीं सुलझाती है तो गठबंधन के कई बड़े नेता गठबंधन छोड़ सकते हैं।कांग्रेस ने अपनाया कड़ा रुख
वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कहा, ‘इस बार चुनाव ममता बनर्जी की दया पर नहीं लड़े जाएंगे। ममता बनर्जी जो दो सीटें छोड़ रही हैं, वहां कांग्रेस ने बीजेपी और टीएमसी को हराया है। कांग्रेस पार्टी जानती है कि चुनाव कैसे लड़ना है। ममता बनर्जी अवसरवादी हैं। वह साल 2011 में कांग्रेस की दया पर सत्ता में आईं थीं।’