साथ ही भविष्य में देश के संकल्प को विस्तार से बताया। अपने करीब 90 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने देश के विकास का रोड मैप भी बताया। पीएम के संबोधन में 100 लाख करोड़ की गति शक्ति योजना से लेकर नेशनल हाइड्रोजन मिशन और बेटियों के लिए सैनिक स्कूल खोलने का ऐलान भी शामिल था।
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‘भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है. भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गति शक्ति-नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।
इस योजना के तहत केंद्र सरकार 100 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने के साथ ही देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर का सर्वांगीण विकास भी किया जाएगा।
‘भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है. भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गति शक्ति-नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।
इस योजना के तहत केंद्र सरकार 100 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने के साथ ही देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर का सर्वांगीण विकास भी किया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि गतिशक्ति पहल से लोकल मैन्युफैक्चरर्स भी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकेंगे. इसके साथ ही भविष्य में नये इकोनॉमिक जोन्स विकसित करने की संभावनाएं भी बनेंगी।
पीएम मोदी ने कहा- अब बेटियों के लिए सैनिक स्कूलों को दरवाजे खोले जाएं। ढ़ाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग प्रारंभ किया था। देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा। सड़क से लेकर वर्कप्लेस तक महिलाओं में सुरक्षा के भाव का संकल्प है।
पीएम मोदी ने कहा- अब बेटियों के लिए सैनिक स्कूलों को दरवाजे खोले जाएं। ढ़ाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग प्रारंभ किया था। देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा। सड़क से लेकर वर्कप्लेस तक महिलाओं में सुरक्षा के भाव का संकल्प है।
पीएम मोदी ने लाल किले से अपने भाषण के दौरान नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन की घोषमा की। उन्होंने कहा- ये ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की एक नई प्रगति के साथ उसे आत्मनिर्भर बनाएगा। देश के हाइड्रोजन मिशन का हब बनाना है। भारत को एनर्जी के क्षेत्र में इस मिशन से क्वांटन जंप मिलेगा।
ग्रीन ग्रोथ से ग्रीन जॉब के नए अवसर हमारे युवाओं के लिए दस्तक दे रहे हैं। 21वीं सदी का भारत बड़े लक्ष्य गढ़ने और उन्हें प्राप्त करने का सामर्थ्य रखता है। आजादी के 100 साल पहले देश को एनर्जी इंडिपेंडेंट बनाने का लक्ष्य है।
जब गरीब के बेटी, गरीब का बेटा मातृभाषा में पढ़कर प्रोफेशनल्स बनेंगे तो उनके सामर्थ्य के साथ न्याय होगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को गरीबी के खिलाफ लड़ाई का मैं साधन मानता हूं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पोर्ट्स को Extracurricular की जगह मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया गया है। जीवन को आगे बढ़ाने में जो भी प्रभावी माध्यम हैं, उनमें एक स्पोर्ट्स भी है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के भारत को नई ऊंचाई देगी।
‘मैं आज आह्वान कर रहा हूं, केंद्र हो या राज्य सभी के विभागों से, सभी सरकारी कार्यालयों से। अपने यहां नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा का अभियान चलाइए।’
हर वो नियम, हर वो प्रक्रिया जो देश के लोगों के सामने बाधा बनकर, बोझ बनकर, खड़ी हुई है, उसे हमें दूर करना ही होगा।
पीएम मोदी ने कहा- हमें मिलकर काम करना होगा, Next Generation Infrastructure के लिए। वर्ल्ड क्लास मैन्यूफैक्चरिंग के लिए, कटिंग एज ऑफ इनोवेशन के लिए और New Age Technology के लिए। यह भी पढ़ेंः Independence Day 2021: क्या है अमृत महोत्सव और देशभर में क्यों है इसकी धूम, अगले दो साल तक चलेगा यह समारोह
गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं। इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए अब सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।
पीएम ने कहा- आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी। छोटा किसान, देश की शान बने यही हमारा सपना है।