आइसोलेशन में रह रहे छात्रों को जिस हॉल में आइसोलेट किया गया है उनके लिए वहीं खाने की व्यवस्था की गई है। आईआईटी कैंपस में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का सख्त निर्देश दिया गया है और पूरी सतर्कता बरतने और सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने के निर्देश दिए गये हैं।
IIT Kharagpur के रजिस्ट्रार ने कहा:
आईआईटी खड़गपुर के रजिस्ट्रार तमाल नाथ ने कहा, ”कुल 31 कर्मचारी और छात्र संक्रमित हुए हैं। उन्हें अलग सेल में रखा गया है, लेकिन डरने की कोई बात नहीं है। वहां उनका इलाज चल रहा है।” उनमें कोरोना संक्रमण के बहुत ही मामूली लक्षण है। उनलोगों की अच्छी तरह से देखभाल और चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।
सैंपल जांच में चला संक्रमण का पता:
पता चला है कि साल के पहले दिन आई रिपोर्ट में दो छात्र कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। अगले दिन की रिपोर्ट में 29 लोग संक्रमित हुए हैं। अलग-अलग हॉल में उन छात्रों को अलग रखा गया है। जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी भुवन चंद्र हांसदा ने कहा, ”कोरोना सैंपल जांच रिपोर्ट में खड़गपुर आईआईटी के 31 छात्रों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें आईआईटी परिसर में आइसोलेट किया गया है।” बता दें कि आईआईटी कैंपस में छात्र लौट आए हैं। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में करीब दो हजार छात्र लौटे हैं। नियमानुसार उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रहने दिया गया है। कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं।
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पश्चिम बंगाल में बढ़ रहा कोरोना का खतरा:
पश्चिम बंगाल में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में कोरोना की मार फ्रंटलाइन वर्कर्स पर व्यापक रूप से देखने को मिल रही है। वैक्सीनेशन की डबल डोज लेने के बावजूद कोलकाता में सरकारी डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों से विभाग में हड़कंप मच गया है। इस बीच, कोरोना संक्रमण से एक डॉक्टर की मौत हो गई है, जबकि रेल अस्पताल, सरकारी अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में 250 से अधिक डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने की सूचना है।