मानसा से कांग्रेस के प्रत्यासी बनाए जाने के बाद सिद्धू मूसेवाला ने कहा था कि मानसा के सारे मुद्दे उनके जहन में हैं। सारा ब्लूप्रिंट बना रखा है। मैं वाहेगुरु का शुकराना करने जा रहा हूं, मेरा कोई भी काम आज तक शांति से नहीं हुआ है, हर काम खड़के धड़के से ही हुआ है, फिर भी कामयाब हुआ हूं।
राजनीति में इस वजह से आए थे सिद्धू मूसेवाला
सिद्धू मूसेवाला ने खिवा खुर्द गांव में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान बताया कि वह राजनीति में क्यों आए हैं। उन्होंने कहा जब मैं 23 साल का था, तब अपने माता-पिता के जीवन को बदलने के लिए संगीत को चुना, आज 27 साल का हूं और मेरे पास अपने माता-पिता को देने के लिए शोहरत और पैसा है, लेकिन मैं हवा नहीं खरीद सकता। अमीर हो या गरीब हम एक ही हवा में सांस लेते हैं। हमें उस हवा को साफ करने की जरूरत है जिसमें हम सांस लेते हैं। हमें वह पानी को साफ करने की जरूरत है, जिसे हम पीते हैं। उन्होंने चुनाव के दौरान बड़े वादों से दूर अपना एक अलग अभियान चलाया था।
लगातार विवादों से जुड़ा रहा नाम
सिद्धू मूसेवाला का नाम हमेसा किसी ना किसी विवाद से जुड़ा रहा। उन पर खालिस्तान के समर्थन से लेकर AK-47 चलाने तक का आरोप लगा। मई 2020 में सोशल मीडिया पर उनके दो वीडियो वायरल हुए, जिसमें उन्हें पांच पुलिस वालों के साथ AK-47 और एक निजी पिस्तौल चलाने की ट्रेनिंग लेते देखा गया था। इस मामले में ना केवल उन पर आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज हुआ बल्कि पुलिस वालों को भी निलंबित कर दिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
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