जानिए मामला
भोपाल की एक फैमली कोर्ट के वकील शैल अवस्थी ने कहा कि दंपति 22 जनवरी के समारोह से कुछ दिन पहले अयोध्या के लिए रवाना हुए थे, लेकिन महिला को इसकी जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा, “यह उनकी याचिका का मुख्य मुद्दा था। महिला गोवा के बजाय अयोध्या ले जाए जाने से नाराज है। मैं फिलहाल कपल की काउंसलिंग कर रहा हूं।”
विदेश नहीं ले जाने के कारण भी नाराज
महिला ने अपनी तलाक याचिका में कहा कि उसका पति आईटी सेक्टर में काम करता है और उसे अच्छा वेतन मिलता है। याचिका में कहा गया है कि वह नौकरीपेशा भी है और अच्छा कमाती है, इसलिए हनीमून के लिए विदेश जाना उनके लिए मुश्किल नहीं है। आर्थिक तंगी न होने के बावजूद महिला के पति ने उसे विदेश ले जाने से इनकार कर दिया और भारत में ही किसी जगह घूमने की जिद करने लगा।
बाद में महिला के पति ने कथित तौर पर पत्नी को बताए बिना अयोध्या और वाराणसी के लिए उड़ानें बुक कीं। यात्रा से केवल एक दिन पहले उसे बदली हुई यात्रा योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि वे अयोध्या जा रहे हैं क्योंकि उसकी मां राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर का दौरा करना चाहती हैं। अवस्थी ने कहा कि महिला का आरोप है कि उसका पति उससे ज्यादा अपने परिवार वालों का ख्याल रख रहा। जब वे यात्रा से लौटे, तो पत्नी ने तलाक के लिए अर्जी दायर की।