केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को अपने एक दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हरिद्वार पहुंचे। यहां अमित शाह के आज तीन बड़े कार्यक्रम हैं। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। ये गुरुकुल कांगड़ी विवि का 113वां दीक्षांत समारोह है। दीक्षांत समारोह में गृहमंत्री अमित शाह को संस्कृत भाषा में अंकित विद्यामार्तण्ड की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। साथ ही पतंजलि योगपीठ में यूनिवर्सिटी का उद्घाटन भी करेंगे।
सीएम धामी ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि, ये हमारे लिए बहुत की गौरव का विषय है कि आज हमारे बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे हैं। अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद देश में आतंकवाद, नक्सलवाद की घटनाओं पर रोक लगी है। आज देश सुरक्षित हाथों में हैं। सीएम धामी ने कहा पीएम मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में ही कश्मीर से धारा 370 हटाई गईए जो अपने आप में एक ऐतिहासिक पहल थी। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के 113वें दीक्षांत समारोह में गृहमंत्री अमित शाह ने 182 छात्रों को गोल्ड मेडल दिये। साथ ही इस दौरान 181 छात्र.छात्राओं को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।
इस कार्यक्र में शामिल होने राज्यसभा सांसद नरेश बंसल कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी पहुंचे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पतंजलि में योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा 100 संन्यासी और 500 ब्रह्मचारी कर्मचारियों को संन्यास दिलाने के कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह एक दिवसीय दौरा काफी महत्वपूर्ण है। जिसे देखते हुए हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। 1500 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। इसके साथ ही तीन बटालियन पीएसी और तीन बीडीएस की टीमें भी सुरक्षा के लिए तैनात हैं।
बुधवार को उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड आर्डर बी मुरूगेशन ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ब्रीफ किया था। बी मुरुगेशन ने कहा कि, सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की लापरवाही और चूक बर्दाश्त नहीं होगी। इसके अलावा डीआईजी सिक्योरिटी राजीव स्वरूप ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि, सुरक्षा में लगे सभी लोगों को सामंजस्य बनाकर वीवीआईपी ड्यूटी को जिम्मेदारी से निभाना है। यह भी पढ़े – लंगूर बुजुर्ग के पार्थिव शरीर के सिरहाने बैठ सहलाता रहा चेहरा, अंतिम संस्कार तक बैठा रहा, फिर चला गया, लोग है हैरान