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ऐतिहासिक पल…पीएम मोदी ने किया नए संसद भवन का उद्घाटन

India’s New Parliament Building : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। उद्घाटन से पूर्व ऐतिहासिक राजदंड ‘सेंगोल’ स्थापित किया गया। जनता इस अद्भुत पल को यादगार के तौर पर अपने साथ संजो ले इसके लिए पीएम मोदी ने 75 रुपए का एक सिक्‍का भी जारी किया। नए संसद भवन के निर्माण से लेकर अब तक की जानकारी विस्तार से –
 

May 28, 2023 / 08:39 am

Sanjay Kumar Srivastava

ऐतिहासिक पल…नए संसद भवन का उद्घाटन आज, पीएम मोदी करेंगे लोकार्पण

India’s New Parliament Building : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। उद्घाटन से पूर्व ऐतिहासिक राजदंड ‘सेंगोल’ स्थापित किया गया। जनता इस अद्भुत पल को यादगार के तौर पर अपने साथ संजो ले इसके लिए पीएम मोदी ने 75 रुपए का एक सिक्‍का भी जारी किया। उधर, नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तकरार जारी है। कांग्रेस समेत 21 राजनीतिक दलों ने संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा को 25 दलों का समर्थन हासिल है। इसमें 7 गैर एनडीए दल हैं। समारोह को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा दल मुस्तैदी के साथ चप्पे-चप्पे पर नजर रखें हुए हैं।

 

 


किसने क्या कहा : वार पर पलटवार…


देश की संसद है, किसी व्यक्ति की नहीं – मीनाक्षी लेखी

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, कांग्रेस के शासन में तय हो चुका था कि देश को नई संसद की जरूरत है। उसके लिए इनका बजट 3500 करोड़ रुपए से ऊपर का था। ये संसद भवन लगभग 300 करोड़ में तैयार हुआ है, इससे स्पष्ट होता है कि ये लोग कितना बड़ा भ्रष्टाचार का साधन इसे बनाने में लगे थे….ये देश की संसद है किसी व्यक्ति की संसद नहीं है, एक व्यक्ति की संसद तो आपने (कांग्रेस) बना दिया।

भारत को पहली संसद मिल रही जो अंग्रेजों ने नहीं बनाई – राजीव चंद्रशेखर

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, भारत को पहली संसद मिल रही जो अंग्रेजों द्वारा नहीं बनाई गई, जो भारत के लोकतंत्र का प्रतीक है, उसका जब उद्घाटन हो रहा उस समय विपक्षी दल उस कार्यक्रम से बाहर रहने का सोच रहे हैं। कौन सांसद उस पहली भारतीय संसद के जश्न में शामिल नहीं होना चाहेंगे जो भारत के इतिहास में अंग्रेजों द्वारा नहीं बनाई गई। मैं मानता हूं कि यह क्षुद्र राजनीति है।

कुछ लोगों के संसद आने पर रोक लग गई – अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, पीएम एक दिन के बाद लोकतंत्र में नया संसद भवन देश को देने का काम करेंगे, वो अलग बात है कि कुछ लोगों के संसद आने पर रोक लग गई। कभी वे सदन न चलाने के बहाने ढूंढते थे, आज वे बहिष्कार करते हैं तो वहीं अपमानित करने का काम भी करते हैं।

मैं उद्घाटन कार्यक्रम में जरूर जाता – गुलाम नबी आज़ाद

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आज़ाद ने कहा, अगर में दिल्ली में होता तो नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में जरूर जाता। मैं सरकार को रिकॉर्ड टाइम में बनाने कि लिए बधाई देता हूं। विपक्ष भी सरकार को बधाई देती लेकिन वह बहिष्कार कर रहा है। मैं इस विवाद के ख़िलाफ़ हूं। राष्ट्रपति भी कौन सा विपक्ष का है? वह भी भाजपा के सांसदों द्वारा चुने गए हैं।

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आदिवासी समुदाय से क्षमा मांगे पीएम – ललन सिंह

JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, प्रधानमंत्री को इस देश के आदिवासी समुदाय के लोगों, दलित समुदाय के लोगों और देश की महिला से क्षमा मांगनी चाहिए। जब उन्होंने दलित समुदाय की महिला को राष्ट्रपति बनाया था तब तो वे अपनी पीठ थपथपा रहे थे लेकिन उद्घाटन की बात आई तो उन्हें(राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू) इससे वंचित कर दिया। प्रधानमंत्री देश के इतिहास को समाप्त करके अपने नाम करना चाहते हैं।

नई संसद से अधिक जरूरी लोकतांत्रिक परंपराओं को बढ़ाना – अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, नई संसद से अधिक जरूरी लोकतांत्रिक परंपराओं को बढ़ाया और निभाया जाए। जो लोग विपक्ष का सम्मान नहीं करते, जो नफरत से राजनीति करते हों और जो जनता से झूठ बोले और उसको छुपाने के लिए एक-एक कार्यक्रम करें। उनके कार्यक्रमों में जाने से क्या फायदा?।

नया संसद भवन बनाने की ज़रूरत क्या थी – नीतीश कुमार

नए संसद भवन के उद्घाटन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, पुराना इतिहास बदल देंगे? क्या जो इतिहास है आप उसे भुला देंगे? इन्हें (BJP) इतिहास बदलना है इसलिए हर चीज़ बदल रहे हैं। आखिरकार नया (नया संसद भवन) बनाने की ज़रूरत क्या थी।

भारत के राष्ट्रपति को आमंत्रित क्यों नहीं किया – केसी वेणूगोपाल

कांग्रेस नेता केसी वेणूगोपाल ने कहा, यह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को दरकिनार करने का मुद्दा है। वे इस प्रश्न का उत्तर क्यों नहीं दे रहे हैं कि उद्घाटन करने के लिए अगर राष्ट्रपति की अयोग्यता है तो वह क्या है? उन्हें इस प्रश्न का उत्तर देना चाहिए। उन्होंने भारत के राष्ट्रपति को आमंत्रित क्यों नहीं किया।

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नई संसद एक नजर में


मौजूद संसद भवन 1927 में निर्मित हुआ था। नई जनगणना के अनुसार किए गए परिसीमन से सांसदों की संख्या में भारी इजाफा होगा। लोकसभा और राज्यसभा ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। तब 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्‍यास किया।

लोकसभा मयूर तो राज्यसभा कमल की थीम पर बना

पुरानी संसद गोलाकार है। जबकि नए संसद भवन को तिकोने आकार में डिजाइन किया गया है। नए संसद भवन में लोकसभा में 888 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने का इंतजाम है। नई राज्‍यसभा में 384 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्‍यादा लोगों के बैठने की क्षमता है। दोनों सदनों के जॉइंट सेशन के वक्त लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद साथ बैठ सकते हैं। राष्ट्रीय पक्षी मयूर की थीम पर लोकसभा और राष्ट्रीय फूल कमल की थीम पर राज्यसभा का निर्माण किया गया है।

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संविधान हॉल भवन में लगा है अशोक स्‍तंभ

नए संसद भवन हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं। नई संसद में संविधान हॉल भवन के बीचोंबीच बना हुआ है। इसके ऊपर अशोक स्‍तंभ लगा है। इस हॉल में संविधान की कॉपी रखी जाएगी। नया संसद भवन पूरी तरह से भूकंपरोधी है।

बिमल पटेल के हाथों के हुनर से निखरा नया संसद भवन

नई संसद केंद्र सरकार के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसका निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। नई इमारत बनाने का ठेका 861.90 करोड़ रुपए की बोली पर टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को मिला था। नए संसद भवन के आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं। साल 2019 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा जा चुका है।

यादगार के लिए 75 रुपए का सिक्‍का जारी करेंगे पीएम मोदी

सरकार इस मौके पर 75 रुपए का एक सिक्‍का जारी करेगी। ये सिक्‍का चांदी, तांबा, निकल और जस्‍ता जैसी धा‍तुओं से बना होगा। इस सिक्‍के को कोलकाता की टकसाल में बनाया गया है।. इसका वजन 35 ग्राम और व्‍यास 44 मिमी होगा। सिक्‍के के आगे के हिस्‍से में अशोक स्‍तंभ का सिंह बना होगा और बीच में सत्‍यमेव जयते लिखा होगा। अशोक स्तंभ के नीचे मूल्यवर्ग 75 रुपए लिखा होगा। इसके अलावा दाएं व बाएं हिन्दी और अंग्रेजी में भारत और इंडिया लिखा होगा। इसके अलावा देवनागरी भाषा में संसद भवन लिखा होगा और नीचे संसद भवन की तस्‍वीर होगी।

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नई संसद भवन के निर्माण में किस राज्य से क्या-क्या लगा


नए संसद भवन के निर्माण के लिए बलुआ पत्थर राजस्थान के सरमथुरा, सागौन (टिक वुड) की लकड़ी महाराष्ट्र के नागपुर से मंगाई गई है। कार्पेट उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर तो त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से बांस की लकड़ी की फ्लोरिंग मंगवाई गई है। स्टोन जाली वर्क्स राजस्थान के राजनगर और यूपी के नोएडा से लिए गए हैं। अशोक प्रतीक को महाराष्ट्र के औरंगाबाद और राजस्थान के जयपुर से मंगवाया गया है। अशोक चक्र को मध्य प्रदेश के इंदौर से लिया गया है। लाल लाख राजस्थान के जैसलमेर और अंबाजी से सफेद संगमरमर पत्थर लगाए गए हैं। केसरिया ग्रीन स्टोन उदयपुर से मंगवाया गया है। एम-सैंड को हरियाणा के चकरी दादरी, फ्लाई ऐश ब्रिक्स को एनसीआर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से खरीदा गया। ब्रास वर्क और प्री-कास्ट ट्रेंच गुजरात के अहमदाबाद से तो एलएस/आरएस फाल्स सीलिंग स्टील संरचना दमन और दीव से मंगाई गई।

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नए संसद भवन के उद्घाटन का पूरा शेड्यूल

सुबह 7.30 से 8.30 बजे हवन और पूजा। पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा डिप्टी चेयरमैन सहित कई मंत्री मौजूद रहेंगे।

8.30 से 9 बजे के बीच लोकसभा के अंदर सेंगोल को वैधिक रीति-रिवाज से स्थापित किया जाएगा। इसके लिए तमिलनाडु के मठ से 20 स्वामी मौजूद रहेंगे।

9 से 9.30 बजे प्रार्थना सभा आयोजित होगी। इसमें शंकराचार्य सहित कई बड़े विद्वान पंडित और साधु संत मौजूद रह सकते हैं।

दोपहर 12 बजे बाद दूसरा चरण शुरू होगा, इसकी शुरुआत राष्ट्रगान के साथ होगी, इस दौरान दो शॉर्ट फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद डिप्टी चेयरमैन राज्यसभा हरिवंश, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ेंगे।

राज्यसभा में नेता विपक्ष का भी संबोधन होगा। लोकसभा स्पीकर का भी संबोधन होगा।

राज्यसभा में नेता विपक्ष यानी मल्लिकार्जुन खरगे का भी संबोधन होगा। वैसे तो खरगे नेता विपक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं पर उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है । हालांकि कांग्रेस ने उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. ऐसे में विपक्ष नेता के संबोधन पर संशय बना हुआ है।

इसके बाद सिक्के और स्टांप रिलीज किए जाएंगे।

आखिरी में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन होगा।

दोपहर 2.30 बजे कार्यक्रम का समापन होगा।

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