कुछ देर पहले ही कांग्रेस सरकार में मंत्री और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने रोते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया और कहा “मैंने स्पष्ट रूप से कहा है कि मैंने पार्टी आलाकमान को वास्तविक स्थिति से अवगत करा दिया है। अब गेंद पार्टी आलाकमान के पाले में है, उन्हें तय करना है कि आगे की रणनीति क्या होगी। लेकिन मुझे जो कहना था वह बहुत स्पष्ट और स्पष्ट था। यह बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा गया है। आने वाले समय में जो भी होगा वह पार्टी आलाकमान के साथ विचार-विमर्श करके किया जाएगा। मुझे यकीन है कि जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह संगठन, पार्टी और इस राज्य के लोगों के व्यापक हित में लिया जाएगा।”
बता दें कि ये संकट मंगलवार को उस समय आया जब सत्ताधारी कांग्रेस के छह विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। इस वजह से भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कांग्रेस के जाने-माने चेहरे अभिषेक मनु सिंघवी को हराया दिया। आज सुबह पूर्व सीएम और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर भी गवर्नर शिव प्रताप शुक्ला से मिले जिसके बाद से सियासी हलचल और तेज हो गयी और विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के लिए मंच तैयार कर दिया।