यह दल लम्खागा पास के लिए ट्रैकिंग करने निकला था, लेकिन 17,18 और 19 को मौसम खराब होने के कारण इस दल को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली। यह भी पढ़ेँः Delhi Air Pollution: महज 48 घंटे में बिगड़ी राजधानी की हवा, नमी में कमी के साथ तीन गुना से ज्यादा बढ़ा एक्यूआई
तलाशी में जुटी ITBP
मौसम की मार ने कई राज्यों की परेशानी बढ़ा दी है। मानसून की वापसी के साथ केरल औऱ उत्तराखंड तो कुदरत का कहर झेल ही रहे हैं, अब हिमाचल प्रदेश से भी बड़ी खबर सामने आई है। यहां के किन्नौर जिले में 8 पर्वतारोहियों के साथ 11 लोगों के लापता होने की खबर है। इस दल में आठ सदस्य, 1 कुक और दो गाइड शामिल हैं।
मौसम की मार ने कई राज्यों की परेशानी बढ़ा दी है। मानसून की वापसी के साथ केरल औऱ उत्तराखंड तो कुदरत का कहर झेल ही रहे हैं, अब हिमाचल प्रदेश से भी बड़ी खबर सामने आई है। यहां के किन्नौर जिले में 8 पर्वतारोहियों के साथ 11 लोगों के लापता होने की खबर है। इस दल में आठ सदस्य, 1 कुक और दो गाइड शामिल हैं।
जिला प्रशासन ने इन ट्रेकरों का पता लगाने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस ( ITBP ) से मदद मांगी है। ITBT दल तलाशी अभियान में जुट भी गई है। दल में दिल्ली और कोलकाता के लोग
मिली जानकारी के मुताबिक लापता हुए 8 ट्रेकर दिल्ली और कोलकाता के रहने वाले हैं। ये सभी बीती 11 अक्टूबर को हर्सिल से छितकुल के लिए रवाना हुए थे। इन्हें 19 अक्टूबर मंगलवार को वहां पहुंचना था लेकिन जब ये दल नहीं पहुंचा तो ट्रेकिंग आयोजकों ने उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय को इस बारे में सूचित कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक लापता हुए 8 ट्रेकर दिल्ली और कोलकाता के रहने वाले हैं। ये सभी बीती 11 अक्टूबर को हर्सिल से छितकुल के लिए रवाना हुए थे। इन्हें 19 अक्टूबर मंगलवार को वहां पहुंचना था लेकिन जब ये दल नहीं पहुंचा तो ट्रेकिंग आयोजकों ने उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय को इस बारे में सूचित कर दिया।
प्रशासन के मुताबिक इसी दल के साथ गए छह हिमाचल के पोर्टर 18 अक्तूबर को पर्यटकों का सामान छोड़कर छितकुल के रानीकंडा पहुंच गए हैं। यह भी पढ़ेंः Uttarakhand Rain: बाढ़ और भूस्खलन ने मचाई तबाही, अब तक इतने लोगों की गई जान, कई इलाकों में बारिश के अलर्ट ये हैं लापता लोग
लापता दल में अनीता रावत, मिथुन दारी, तन्मय तिवारी, विकास मकल, सौरव घोष, सावियन दास, रिचर्ड मंडल और सुकेन मांझी शामिल हैं।
लापता दल में अनीता रावत, मिथुन दारी, तन्मय तिवारी, विकास मकल, सौरव घोष, सावियन दास, रिचर्ड मंडल और सुकेन मांझी शामिल हैं।
वहीं रसोइयों की पहचान देवेंद्र , ज्ञान चंद्र और उपेंद्र के रूप में हुई है जो उत्तरकाशी के पुरोला के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि ये लखवागा दर्रे के निकट फंस गए हैं।