कभी गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ को दिया था टक्कर, फिर BJP से दो बार बना सांसद, क्या इस बार जीत का हैट्रिक लगा पाएगा ये नेता
Lok Sabha Elections 2024: मनोज तिवारी का जन्म 1 फरवरी 1971 को उत्तर प्रदेश में वाराणसी के कबीर चौरा इलाके में हुआ था। वे चंद्रदेव तिवारी और ललिता देवी के छह बच्चों में से एक हैं।
भोजपुरी जगत के बड़े चेहरे और भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी आज भले ही किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब राजनीति में नए-नए आए मनोज तिवारी ने अपना पहला चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और तबके गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ लड़ा था। हालांकि वह यह चुनाव बड़े अंतर से हार गए। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपने सांसद बनने का सपना नहीं छोड़ा और भाजपा का दामन थाम लिया।
इसके बाद पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए 2014 में दिल्ली की उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से टिकट दिया। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की। इसी तरह उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को शिकस्त दी। वे दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
बिहार से भी है रिश्ता मनोज तिवारी का जन्म 1 फरवरी 1971 को उत्तर प्रदेश में वाराणसी के कबीर चौरा इलाके में हुआ था। वे चंद्रदेव तिवारी और ललिता देवी के छह बच्चों में से एक हैं। तिवारी का परिवार बिहार के कैमूर जिले के अतरवलिया गांव का रहना वाला हैं। तिवारी ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एम.पी.एड. की डिग्री ली है।
भोजपुरी के दिग्गज अभिनेता भी हैं तिवारी राजनीति में शामिल होने से पहले, उन्होंने भोजपुरी फिल्म उद्योग में एक गायक और एक अभिनेता के रूप में कई साल तक काम किए। 2003 में, उन्होंने व्यावसायिक रूप से सफल रही फिल्म ससुरा बड़ा पैसावाला में बतौर एक्टर काम किया। इसके बाद उन्होंने सफल फिल्मों दरोगा बाबू आई लव यू और बंधन टूटे ना में काम किया। 2010 में, तिवारी रियलिटी टेलीविजन शो बिग बॉस के चौथे सीजन में एक प्रतियोगी थे। मनोज तिवारी का गैंग्स ऑफ वासेपुर में “जिया हो बिहार के लाला जिया तू हजार साला” और रिंकिया के पापा गाना काफी फेमस है।
क्या इस बार जीत का हैट्रिक लगा पाएंगे तिवारी? बता दें कि मनोज तिवारी ने अपनी पहली पत्नी रानी से 1999 में शादी की और उनकी जिया नाम की एक बेटी है। 2012 में उनका रानी से तलाक हो गया बाद में, उन्होंने सुरभी से शादी की, जिनसे उनकी एक बेटी है। वहीं, भाजपा ने इस बार उन्हें तीसरी बार उन पर भरोसा जताते हुए उत्तर पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार बनाया है। अब देखने वाली बात ये है कि क्या वह इस बार कन्हैया कुमार से चुनाव जीतकर हैट्रीक लगा पाएंगे।
Hindi News / National News / कभी गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ को दिया था टक्कर, फिर BJP से दो बार बना सांसद, क्या इस बार जीत का हैट्रिक लगा पाएगा ये नेता