पांच बार विधायक, 3 बार राज्यमंत्री रहे
74 वर्षीय रामविलास शर्मा महेंद्रगढ़ से पांच बार विधायक रहे हैं। तीन बार राज्य में मंत्री भी रहे हैं। रामविलास ने टिकट ना मिलने पर कहा, ‘मैंने पार्टी को पांच दशक दिया है। अटल बिहारी वाजपेयी मुझसे कहा करते थे कि मुझे हरियाणा से जुड़कर रहना है और राज्य में हरियाणा का आधार बनाना है। मैंने ऐसा ही किया। कई साथियों ने पाला बदल लिया लेकिन मैं बना रहा और आगे भी पार्टी के साथ रहूंगा। टिकट न मिलने के पीछे कुछ कारण है लेकिन मन में किसी के लिए कोई दुर्भावना नहीं है।’बता दें कि जब रामबिलास शर्मा को टिकट नहीं दिया गया था तो वह कार्यकर्ताओं के सामने भावुक हो गए थे. और कार्यकर्ताओं ने उनसे निर्दलीय चुनाव लड़ने की अपील की थी. एक महीने पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह भावुक नजर आए थे. रामविलास ने कहा, ”मुझे हमेशा उनका समर्थन मिला है लेकिन मैंने उनसे कहा कि जब मैं मरूं तो मैं बीजेपी के झंडे के साथ मरना चाहता हूं. इन वर्षों में पाला बदलने के कई मौके थे, मैंने तब भी ऐसा नहीं किया तो इसलिए इस बार भी पीछे हटने का फैसला किया.”
‘हरियाणा में बीजेपी की होगी जीत’
रामबिलास शर्मा को जब टिकट नहीं दिया गया था तो वह कार्यकर्ताओं के सामने भावुक हो गए थे। कार्यकर्ताओं ने उनसे निर्दलीय चुनाव लड़ने की अपील की थी। एक महीने पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। बीजेपी नेता ने कहा, ”मैं अपने साथी नेताओं और प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार कर रहा हूं. यह साफ है कि हमारी पार्टी सरकार बनाएगी।’