अगले 48 घंटे में उत्तरी मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बाढ़ की आशंका है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में एक नया निम्न दवाव का क्षेत्र बना है। इसके कारण बिहार के विभिन्न जिलों में येलो और झारखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि ओडिशा में निम्न दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा। इससे 15 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने कई इलाकों में बिजली गिरने के साथ तूफान आने की भी चेतावनी दी है। मछुआरों को उत्तरी बंगाल की खाड़ी और नदियों में न जाने की सलाह दी गई है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके तटीय बांग्लादेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। कोलकाता डॉपलर मौसम रडार द्वारा अवदाब (Depression) की निरंतर निगरानी की जा रही है।
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर बना Depression 8 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यह देर रात साढ़े 11 बजे बांग्लादेश तट को पार कर गया। 13 सितंबर 2024 को पटुआखाली (बांग्लादेश) के समीप तटीय बांग्लादेश के ऊपर, अक्षांश 22.3° उत्तर और देशांतर 90.4° पूर्व के पास, कैनिंग से 180 किमी पूर्व और कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से 210 किमी पूर्व में केंद्रित था।
IMD Orange Alert: क्या होता है येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट?
मौसम विभाग तीन तरह के अलर्ट जारी करता है। इसमें येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट शामिल होते हैं। तीनों अलर्ट को अलग-अलग स्थिति में जारी किया जाता है। मौसम विभाग के मुताबिक ऑरेंज अलर्ट का मतलब भारी बारिश के कारण रेल, सड़क और हवाई परिवहन सेवाओं में बाधा पहुंच सकती है। इस दौरान एहतियात बरतें। रेड अलर्ट का मतलब है कि पूरी तरह सावधान रहें। अनावश्यक रूप से घर से बाहर न रहें और सुरक्षित जगह शरण लें।