माझी ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान के लिए ब्लॉक, तहसील और पुलिस स्टेशन स्तर पर समितियां जिम्मेदार होंगी। उन्होंने कहा कि उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है जहां अधिक बंगलादेशी घुसपैठिए रह रहे हैं, खासकर केंद्रपाड़ा, भुवनेश्वर और पुरी में। सरकार की अंतिम आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न जिलों में 3,740 बांग्लादेशी घुसपैठिये रह रहे हैं।