उल्लेखनीय है कि धरना-प्रदर्शन की वजह से लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी ऑफिस जाने वाले लोगों को होती है, वह घंटों की देरी से ऑफिस पहुंचते हैं या किसी दिन पहुंच ही नहीं पाते हैं। इसी तरह भारी बारिश के बाद सड़कों पर कई फीट तक पानी भर जाता है, जिस वजह से कई बार मार्ग को बंद भी कर दिया जाता है। इसकी जानकारी नहीं होने पर लोगों को काफी परेशानी होती है। इसी तरह की तमाम समस्याओं को देखते हुए जिले की ट्रैफिक पुलिस ने गूगल की सहायक कंपनी से करार किया है।
लोगों इस तरह जाम से बचाएगा गूगल –
गौतमबुद्ध नगर जिले में कहीं भी जाम लगने या मार्ग बंद होते ही ट्रैफिक पुलिस इसकी जानकारी सबसे पहले गूगल की कंपनी को देगी। करार के अनुसार, कंपनी गूगल मैप पर उसे तत्काल अपडेट कर देगी। इस तरह गूगल मैप का इस्तेमाल करने वाले लोगों को गूगल मैप पर वैकल्पिक मार्ग बताएगा। वहीं, जहां अवरोध होगा वहां मार्ग का रंग लाल दिखेगा। इससे जहां वाहन चालकों को सहूलियत होगी, वहीं ट्रैफिक पुलिस को भी रियल टाइम ट्रैफिक मैनेजमेंट में मदद मिलेगी।
अचानक मार्ग बंद होने से होती है परेशानी –
डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि कई बार सड़क पर निर्माण कार्य, धरना-प्रदर्शन और बारिश के बाद जलभराव होने पर मार्ग को बंद कर दिया जाता है। इसकी जानकारी नहीं होने पर लोगों को परेशानी होती है।
अब ट्रैफिक पुलिस इस तरह की तमाम जानकारी तत्काल गूगल की सहयोगी कंपनी को मुहैया कराएगी। कंपनी तुरंत उसे गूगल मैप पर अपलोड कर देगी। इसके बाद गूगल मैप का इस्तेमाल कर रहे वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्ग का सुझाव मिल सकेगा और वे जाम से बच सकेंगे।
40 प्रतिशत वाहन चालक ले रहे गूगल मैप की मदद –
गूगल की सहयोगी कंपनी के अधिकारी ने बताया कि फिलहाल 40 प्रतिशत वाहन चालक गूगल मैप का इस्तेमाल कर रहे हैं। गूगल मैप पर ट्रैफिक का लाइव अपडेट मिलने के बाद वाहन चालक वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल कर जाम या अन्य परेशानी से बच सकते हैं। इस करार के बाद शहर का ट्रैफिक मैनेजमेंट भी पहले से अच्छा होगा।