इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में साइबर अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। इसलिए Google भारत में ऑनलाइन सुरक्षा की ओर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि Google बैंकों और सार्वजनिक क्षेत्र के साथ भी मिलकर साइबर खतरों से निपटने के लिए काम करना जारी रखेगा।
Google सिक्योरिटी के उपाध्यक्ष रॉयल हैनसेन ने बताया कि पिछले 2 सालों में फ़िशिंग के मामले 10 गुना बढ़ गए हैं। साल 2022 की पहली तिमाही में भारत ने एक दिन में 18 मिलियन साइबर हमले और लगभग 2 लाख खतरे देखे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने सवाल यह नहीं है कि अब किस पर हमला किया जाएगा, बल्कि सवाल यह है कि हम अपना बचाव करने के लिए कब सक्षम होंगे।
Google सिक्योरिटी के उपाध्यक्ष रॉयल हैनसेन ने बताया कि भारत में ऑनलाइन सुरक्षा के लिए विभिन्न शहरों में अभियान शुरू किया जाएगा। यह अभियान इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के साथ मिलकर शुरू किया जाएगा। इस अभियान के जरिए लाखों इंटरनेट यूजर्स को सुरक्षित डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा। Google यह अभियान के लिए एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एयरटेल, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के साथ साझेदारी करके शुरू किया जाएगा। इस अभियान के जरिए धोखाधड़ी, फ़िशिंग और साइबर हमलों से दो कदम आगे रहने के लिए, बुनियादी सावधानियां अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
स्टाफिंग सर्विसेज फर्म टीमलीज डिजिटल के मुख्य व्यवसाय अधिकारी शिव प्रसाद एन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि भारत में 70 हजार से अधिक साइबर सुरक्षा के लिए नौकरियां खाली हैं। वहीं मार्च में माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में पर्याप्त प्रतिभा की कमी के कारण 25 लाख से अधिक साइबर सुरक्षा की नौकरियों के पद खाली पड़े हैं।