खोपरा की MSP 11,582 रुपये प्रति क्विंटल
इससे पहले, 2014 के सीजन में मिलिंग खोपरा के लिए MSP 5250 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल खोपरा के लिए 5500 रुपये थी। केंद्र की मंजूरी के साथ, बढ़े हुए MSP ने मिलिंग और बॉल खोपरा के लिए क्रमशः 121 और 120 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमारे देश में खोपरा उत्पादन में कर्नाटक का हिस्सा सबसे अधिक 32 प्रतिशत है, इसके बाद तमिलनाडु में 25 प्रतिशत, केरल में 25 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश में 7.7 प्रतिशत उत्पादन होता है। मंजूरी में खोपरा के लिए 11,582 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल खोपरा के लिए 12,100 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत शामिल है।”MSP उत्पादन लागत से 50% अधिक
उन्होंने कहा, कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के अनुसार तय किया गया एमएसपी मिलिंग और बॉल कोपरा किस्मों की उचित और औसत गुणवत्ता के लिए है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एमएसपी उत्पादन लागत से 50 प्रतिशत अधिक तय किया गया है। इस निर्णय का कुल वित्तीय प्रभाव 855 करोड़ रुपये होगा। हालांकि, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत कोपरा और छिलका रहित नारियल की खरीद के लिए केंद्रीय नोडल एजेंसियां बनी रहेंगी। केंद्र द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “उच्च एमएसपी से न केवल नारियल उत्पादकों को बेहतर लाभ सुनिश्चित होगा, बल्कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नारियल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए किसानों को खोपरा उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा।”