20% तक एथनॉल मिलाने की पहल
जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि बायोफ्यूल (बायोडीजल, एथनॉल व गोबर गैस) ब्लेंडिंग के मामले में सभी देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने भारत की ओर से प्रस्ताव दिया कि वैश्विक स्तर पर पेट्रोल में 20 फीसदी तक एथनॉल मिलाने की पहल की जाए। इसके विकल्प के तौर पर अन्य ब्लेंडिंग मिक्स भी खोजे जा सकते हैं।
बायोफ्यूल का क्या है मतलब, कैसे बनता है
बायोफ्यूल का मतलब ऐसी रीन्यूएबल एनर्जी से है, जो बायोमास से तैयार होती है। बायोमास में प्लांट एंड एग्रीकल्चर, एनिमल, डोमेस्टिक, इंडस्ट्रियल बायोवेस्ट शामिल होते हैं। बायोफ्यूल को पारंपरिक फॉसिल फ्यूल (पेट्रोलयिम ईंधन) की तुलना में पर्यावरण के अधिक अनुकूल माना जाता है, क्योंकि इनके इस्तेमाल से कम प्रदूषण होता है। भारत इससे पहले ग्लोबल सोलर अलायंस की भी शुरुआत कर चुका है। गौरतलब है कि भारत, अमरीका और ब्राजील अभी दुनिया के प्रमुख बायोफ्यूल उत्पादकों में से हैं।
कर्नाटक के बाद अब तेलंगाना जीतने के लिए कांग्रेस अपनाएगी 5G फॉर्मूला! सोनिया गांधी 17 सितंबर को फूंकेगी बिगुल
भारत, खाड़ी देशों और यूरोप के बीच बनेगा इकोनॉमिक कॉरिडोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार जी20 के मंच से भारत-मध्य पूर्व-यूरोप मेगा इकोनॉमिक कॉरडोर के शुरुआत की घोषणा की। पीएम ने कहा कि आज हम सभी एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक साझेदारी पर पहुंचे हैं। आने वाले समय में यह कॉरिडोर भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का एक प्रमुख जरिया होगा। उन्होंने कहा कि, इस अहम पहल में भारत, यूएई, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमरीका शामिल हैं।