25 पॉइंट में समझें कैसा रहेगा नववर्ष
कैंसर से लड़ाई में टीका होगा मददगार
1- कैंसर टीके से व्यक्तिगत उपचारः
रूस और ब्रिटेन ने आरएनए तकनीक से कैंसर टीके विकसित किए हैं, जिनसे एआइ की मदद से पर्सनलाइज उपचार हो सकेगा। भारतीय वैज्ञानिकों ने भी सीएआर-टी सेल थेरेपी से इलाज की नई संभावना जगाई है।2-गर्भाशय कैंसर टीकाकरण अभियानः
भारत सरकार राष्ट्रव्यापी मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) टीकाकरण अभियान शुरू करेगी, जिससे गर्भाशय कैंसर का खतरा खत्म हो जाएगा। बता दें कि अब एआई का प्रयोग कर राजस्थान के जैसलमेर में आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन यानि कृत्रिम गर्भाधान के जरिए गोडावण का चूजा पैदा किया गया। इससे जुड़ी एक विस्तृत रिपोर्ट नीचे वीडियो देखा जा सकता है।3- दिल का जोखिम होगा कमः
मोटापा दिल के रोग का खतरा बढ़ा देती है। अमरीका में अपने तरह की पहली ऐसी दवा खोजी गई है जो वजन घटाने के साथ-साथ दिल के दौरे रोकने में 20 फायदेमंद है। यह दवा भारत में भी उपलब्ध हो सकती है।4- जीन एडिटिंग से सिकल सेल का इलाजः
पिछले दो साल में सिकल सेल रोग के लिए जीन एडिटिंग की मदद से इलाज में सफलता मिली है। उम्मीद है कि भारत में इस तकनीक की मदद से इलाज का मार्ग प्रशस्त होगा।5- अल्जाइमर में नई दवाओं से उम्मीदः
अल्जाइमर मस्तिष्क विकार है जो उम्र के साथ बढता है। अमरीका में पिछले दिनों प्रारंभिक अल्जाइमर रोगियों के बेहतर प्रबंधन के लिए तीन दवाओं को मंजूरी दी है। नए साल में इसका इस्तेमाल हो सकता है।तकनीकी और नवाचार से बदलेगी शिक्षा
1- तकनीकी एकीकरणः
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पढ़ाने और पढ़ने में तकनीकी के इस्तेमाल पर जोर। एआइ, वर्चुअल क्लासरूम और इंटरैक्टिव सामग्री से पढ़ाई के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान। डिग्री से परे ज्ञान को अहमियत।2- कौशल आधारित शिक्षाः
उद्योगों की मांग के अनुरूप स्कूली और उच्च शिक्षा में कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों पर होगा जोर। ब्लॉकचेन, साइबर सुरक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और प्रमाण पत्र जैसे कोर्स।3- हाइब्रिड लर्निंग मॉडलः
ऑनलाइन और व्यक्तिगत शिक्षा को मिलाकर हाइब्रिड लर्निंग को अपनाने में पर रहेगा जोर। शिक्षार्थियों की सुविधा और ग्रामीण व कस्बाई छात्रों तक संसाधनों के इस्तेमाल से शिक्षा की सुलभता बढ़ेगी।4- उच्च शिक्षा का वैश्वीकरणः
भारतीय विश्वविद्यालय वैश्विक भागीदारी बढ़ाएंगे और दोहरी डिग्री कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इस दिशा में आगे बढ़ने से भारतीय शिक्षा के स्तर में सुधार होगा वहीं छात्रों की वैश्विक स्थिति व दृष्टिकोण मजबूत होगा।5- अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना
भारत की वैश्विक रैंकिंग को बढ़ाने के लिए, शोध पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। नवाचार केंद्रों की स्थापना और शोध के लिए बजट बढ़ाकर भारत को ज्ञान केंद्र बनाने का प्रयास होगा।पूरा हो सकता है घर का सपना
1- पांच लाख से ज्यादा मकान बनेंगेः
पांच लाख से अधिक नए मकान बनने की उम्मीद है। इनमें 50 फीसदी से अधिक लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट होंगे, जिनकी कीमत कम से कम एक करोड़ रुपए होगी। मकान की कीमतें 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद।2- पीएम आवास योजना में 60 लाख घरः
60 लाख से अधिक मकानों का निर्माण हो सकता है पीएम आवास योजना के तहत इस साल, केंद्र सरकार ने अगले पांच साल में शहरी और ग्रामीण इलाकों में तीन करोड़ अतिरिक्त मकान के निर्माण को मंजूरी दी है।3- होम लोन पर सब्सिडी की तैयारीः
नए साल में सरकार शहरी आवास के लिए सस्ती दरों पर लोन की सुविधा के लिए ब्याज सब्सिडी योजना लेकर आएगी, जिसकी घोषणा 2024 के आम बजट में हुई थी।4- बिना गारंटी का होम लोनः
मिडिल क्लास आसानी से अपना मकान खरीद सकें, इसके लिए सरकार जीरो कोलैटरल यानी बिना गारंटी के 20 लाख रुपए तक का होम लोन मुहैया कराने के प्लान पर काम कर रही है।5- एआई बनाएगा घर का नक्शाः
मकान का नक्शा और मॉडल बनाने में बड़े पैमाने पर एआई का इस्तेमाल होगा। इससे कम स्पेस में बेहतर घर और स्पेस को पूरा यूटिलाइज किया जा सकेगा। आर्किटेक्ट को देने वाली मोटी फीस की भी बचत होगी। यह भी पढ़ें