शुक्रवार पूरे दिन श्रद्धांजलि देते रहे लोग
डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होकर सक्रिय युवा नेता के तौर पर शरद यादव ने कई आंदोलनों में हिस्सा लिया। शरद यादव के पार्थिव शरीर को शुक्रवार सुबह 10 बजे से अंतिम दर्शन के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास 5 A वेस्टेंड, छतरपुर फार्म, नई दिल्ली में रखा गया था। जहां गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर सहित कई बड़े नेता उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि “शरद यादव को बेहोशी की हालत में लाया गया था। जांच करने पर उनकी कोई पल्स या रिकॉर्डेबल ब्लड प्रेशर नहीं था। ACLS प्रोटोकॉल के तहत उनका CPR किया गया। पूरे प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। रात 10 बजकर 19 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हम उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”
1989 में मंडल राजनीति का प्रमुख चेहरा बने शरद यादव
छात्र राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बनाने वाले समाजवादी विचारधारा के यादव मूलतः मध्यप्रदेश के रहने वाले थे। उनका जन्म एक जुलाई 1947 को मध्यप्रदेश में होशंगाबाद के बंदाई गांव में हुआ था। उन्होंने जबलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई की डिग्री ली। डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होकर सक्रिय युवा नेता के तौर पर शरद यादव ने कई आंदोलनों में हिस्सा लिया।
यादव 1974 में सक्रिय राजनीति में आए। वे जबलपुर में छात्र राजनीति में सक्रिय हो कर बिहार गए और वहां से राष्ट्रीय फलक पर पहचान स्थापित की। वह 1989 में मंडल राजनीति का प्रमुख चेहरा बन कर उभरे। बाद में वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुए। वह प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री और राजग के संयोजक भी रहे।
वह बिहार के मधेपुरा लोकसभा से चार बार सांसद बने। मध्यप्रदेश के जबलपुर से दो बार सांसद चुने गए। उत्तर प्रदेश के बदायूं से भी एक बार लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने बिहार में लालू प्रसाद यादव को 90 के दशक में मुख्यमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “शरद यादव के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। शांति।”
गृहमंत्री अमित शाह ने व्यक्त की संवेदना
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा “शरद यादव के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। शरद यादव ने दशकों तक बिहार व भारतीय राजनीति में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति शांति।”
राहुल गांधी ने विनम्र स्वभाव को याद करते हुए दी श्रद्धांजलि
राहुल गांधी ने शरद यादव के विनम्र स्वभाव को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “शरद यादव समाजवाद के पुरोधा होने के साथ एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। उनके शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। देश के लिए उनका योगदान सदा याद रखा जाएगा।”
मल्लिकार्जुन खरगे ने जताया दुख
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए कहा कि “देश की समाजवादी धारा के वरिष्ठ नेता, जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष, शरद यादव के निधन से दुःखी हूं। एक पूर्व केंद्रीय मंत्री व दशकों तक एक उत्कृष्ट सांसद के तौर पर देश सेवा का कार्य कर,उन्होंने समानता की राजनीति को मज़बूत किया। उनके परिवार एवं समर्थकों को मेरी गहरी संवेदनाएं।”
तेजस्वी यादव ने जताया दुख
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शरद यादव के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूं। माता और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।”
चिराग पासवान ने बचपन के दिनों को याद करते हुए जताया दुख
चिराग पासवान ने बचपन के दिनों को याद करते शरद यादव के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “पापा के मजबूत साथी, मेरे पिता तुल्य आदरणीय शरद यादव के निधन की खबर सुनकर मर्माहत हूं। बचपन की कई खूबसूरत यादें उनके साथ जुड़ी है। पापा के बाद आज मैंने फिर अपने अभिभावक को खो दिया। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में उच्चतम स्थान दें और उनके परिजनों को संबल प्रदान करें।”