‘सोशल मीडिया पर कमेंट नहीं पढ़ता’
चंद्रचूड़ ने सोशल मीडिया के मुद्दे पर कहा कि ऐसा नहीं है कि सोशल मीडिया में चलने वाली बातों का हम लोगों के ऊपर असर नहीं होता है। इसका समाज के ऊपर बहुत ही असर पड़ता है। चंद्रचूड़ ने कहा कि जब मैं जज था तो मुझे अपनी अदालत के कामकाज पर पूरा ध्यान केंद्रित करना होता था और इसलिए सोशल मीडिया पर हो रही चर्चाओं से मैं दूर रहता था। वहीं कोर्ट के क्लर्क सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे और वे अनुरोध करते थे कि मैं सोशल मीडिया कमेंट न पढूं, क्योंकि उन टिप्पणियों से निराशा होती थी। यह बयान जजों की मानसिक स्थिति और उन पर होने वाले दबाव को भी उजागर करता है। जब उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक या गलत बातें लिखी जाती हैं।
’24 सालों से परिवार के साथ लंच नहीं कर पाया’
रिटायरमेंट के बाद उनके 15 दिन के कामकाज के सवाल पर डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, ‘मैं 24 साल तक जज रहा हूं और इसके अलावा मेरी दुनिया में कुछ और काम नहीं था। बस सुबह उठकर केस फाइल पढ़ना, कोर्ट जाना, शाम को आकर जजमेंट डिक्टेट करना और रात को अगले दिन की फाइल पढ़ना यही मेरी दिनचर्या का हिस्सा रहा है। कामकाज में इतना बिजी था कि 24 सालों से मैंने परिवार के साथ लंच नहीं किया।’
विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह फेवरेट खिलाड़ी
पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कॉलेजियम सिस्टम पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस विषय को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। NDTV के संवाद कार्यक्रम के दौरान जब उनसे पसंदीदा क्रिकेट खिलाड़ी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मौजूदा भारतीय टीम से दो दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह को चुना।