लिस्ट आते ही लगी इस्तीफों की झड़ी पहली लिस्ट जारी होने के बाद हरियाणा में भाजपा का साथ छोड़ने वाले नेताओं की लाइन भी लग गई है। कैबिनेट मंत्री से लेकर कई पूर्व विधायकों और भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसमें हरियाणा के कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला का नाम शामिल है, उन्होंने भाजपा द्वारा रानिया विधानसभा से टिकट नहीं देने पर नाराजगी जताई। रणजीत सिंह चौटाला ने यहां तक कह दिया कि वो हर हाल में रानिया विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने मुझे डबवाली से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, लेकिन मैंने ठुकरा दिया।
इन नेताओं ने तोड़ा पार्टी से नाता इसके अलावा हिसार के भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन ने पार्टी से नाता तोड़ दिया। उन्होंने कमल गुप्ता को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। भाजपा व्यापार प्रकोष्ट के प्रदेश संयोजक नवीन गोयल ने पार्टी को अलविदा कह दिया। वो गुरुग्राम विधानसभा से भाजपा के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। पार्टी ने गुरुग्राम से मुकेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। नवीन गोयल ने गुरुग्राम से निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
किसी ने किया पुतला दहन तो कोई होगा कांग्रेस में शामिल भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और पूर्व विधायक सुखविंदर मांढी का चरखी-दादरी जिले के बाढड़ा से टिकट कटने पर उनके समर्थकों ने सड़क पर उतरकर आक्रोश व्यक्त किया। उमेद सिंह पातुवास को यहां से टिकट दिए जाने पर सुखविंदर मांढी के समर्थकों ने भाजपा की ‘शव यात्रा’ निकाली और पुतला दहन भी किया। भाजपा से इस्तीफा देने वालों की लिस्ट में सुनील राव, आदित्य चौटाला, सावित्री जिंदल, सोनीपत से पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन के नाम शामिल हैं। वहीं, लक्ष्मण नापा ने रतिया से टिकट नहीं मिलने के बाद भाजपा से इस्तीफा दे दिया। वो जल्द ही कांग्रेस दामन थाम सकते हैं। भाजपा ने रतिया से सुनीता दुग्गल को टिकट दिया है।
पूर्व मंत्री ने भी छोड़ी पार्टी हरियाणा भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज ने इंद्री विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। जबकि, चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।