1. कर्नाटक के मंगलुरू में जन्मी 80 वर्षीय मार्गरेट अल्वा गोवा, गुजरात, राजस्थान और उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। अल्वा ने गोवा के 17वें राज्यपाल, गुजरात के 23वें, राजस्थान के 20वें और उत्तराखंड के चौथे राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। वो उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल के तौर पर भी जानी जाती हैं।
2. जगदीप धनखड़ की तरह, अल्वा ने सक्रिय राजनीति में आने से पहले अपने करियर की शुरुआत एक वकील के रूप में की थी। उन्होंने 1964 में निरंजन अल्वा से शादी की, जिनसे उनकी एक बेटी और तीन बेटे हैं। वो एक कुशल वक्ता हैं और कई स्टूडेंट मूवमेंट में हिस्सा ले चुकी हैं।
3. मार्गरेट अल्वा 1974 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर सांसद बनीं थीं। अल्वा केंद्र सरकार में चार बार कई महत्वपूर्ण मामलों की राज्यमंत्री रह चुकी हैं।
4. मार्गरेट अल्वा राज्यसभा और लोकसभा को मिलाकर कुल पांच बार संसद सदस्य रहीं हैं। 1974, 1980, 1986 और 1992 में वो राज्यसभा सांसद बनीं। इसके बाद मार्गरेट अल्वा 1999 में उत्तर कन्नड़ निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद बनी थीं।
5. कांग्रेस के शासनकाल में महिला सशक्तिकरण से जुड़ी नीतियों को तैयार कराने और उन्हें पास कराने निभाई है महत्वपूर्ण भूमिका।
बता दें मार्गरेट अल्वा न निर्दलीय तौर पर विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार बनी है। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 6 अगस्त को होंगे जबकि 19 जुलाई को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है।