Explosion at Bengaluru’s Rameshwaram Cafe ISIS का बल्लारी मॉड्यूल: यह आतंकी मॉडयूल आईएसआईएस आतंकियों का है। इसमें अफगानिस्तान, ईरान और इराक से ही डार्कवेब पर आदेश मिलता है और इससे जुड़े आतंकी इस तरह के विस्फोट करते हैं। इसमें अधिकतर बहुत ही हाईटेक युवा शामिल होते हैं। इसका मुख्य नेटवर्क केरल से काम करता है। पिछले साल बल्लारी मॉड्यूल बेंगलुरु समेत कई अन्य शहरों में आईईडी ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। एनआईए ने इसका खुलासा किया था।
Explosion at Bengaluru’s Rameshwaram Cafe Let का मॉड्यूल: इस मॉडयूल को पहली बार आतंकी अब्दुल करीम टुंडा ने कश्मीर से बाहर निकाल था। टुंडा को डॉक्टर आफ बम भी कहा जाता है। यह भी एक अजब इत्तेफाक ही है कि गुरुवार को राजस्थान में टुंडा को आतंकी विस्फोट मामले में बरी किया जाता है और शुक्रवार को ही उसी मॉडयूल की तर्ज पर बंगलुरु में धमाका होता है। लश्कर का मॉड्यूल भी बेंगलुरु में फिदायिन अटैक की प्लानिंग कर रहा था। एनआईए ने बेंगलुरु पुलिस के साथ मिलकर 2023 में इस आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था।
Explosion at Bengaluru’s Rameshwaram Cafe PFI मॉड्यूल : यह सिमी की पुरानी आतंकी सेल है। उत्तर प्रदेश के देवबंद से आपरेट होता आ रहा है। इसमें एक पूरी योजना के तहत काम होता है। इसमें एक शख्स दूसरे शख्स से चैन की तरह जुड़ा होता है लेकिन ये आम वेशभूषा में ही काम करते रहे हैं। यह आतंकी मॉडयूल बैकअप प्लान में तेज माना जाता है। इसके अधिकतर आतंकी लोन वूल्फ रूप के रूप में काम करते हैं।
Explosion at Bengaluru’s Rameshwaram Cafe : टोपी वाले शख्स की हो रही है तलाश
खुफिया एजेंसिया टोपी वाले 30 साल के युवा की तलाश कर रही हैं। शख्स ने ही काले बैग में बम रखकर कैफे में छोड़ा था। यह शख्स पहले बस से मास्क लगाकर आया, फिर रवा इडली का ऑर्डर दिया। इसके बाद बिना इडली खाए ही वह कैफे से चला गया।
Explosion at Bengaluru’s Rameshwaram Cafe : 9 बोल्ट की बैट्री का इस्तेमाल
रामेश्वरम कैफे IED विस्फोट में आतंकी ने बम डिवाइस में एक 9 वोल्ट की बैटरी का इस्तेमाल किया था। विस्फोट के बाद यह घटना स्थल पर ही मिली है। फारेंसिक इसकी जांच कर रही है। इस विस्फोट में घायल एक महिला की हालत गंभीर है। वह 40 फीसदी तक जल चुकी है। आईईडी में शार्पनेल्स की जगह नट और बोल्ट का इस्तेमाल किया गया है।