बढ़ी बिजली की मांग
ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-4 के आंकड़ों के मुताबिक, नोएडा में भी तापमान 47.0 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक, 3 जून के बाद लोगों को हीट वेव का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ-साथ मौसम में भी बदलाव देखने को मिलेगा, जिसके चलते पारा नीचे गिरेगा और लोगों को गर्मी से निजात मिलेगी। इस भीषण गर्मी में दिल्ली में एक ओर पानी की किल्लत होने लगी है तो दूसरी ओर बिजली की मांग भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 8,302 मेगावाट तक पहुंच चुकी है। दिल्ली में बिजली की खपत बीते वर्ष के मुकाबले करीब 900 मेगावाट अधिक है। वहीं, पानी की किल्लत की बात करें तो दिल्ली के कई इलाकों में केवल एक बार पानी की सप्लाई की जा रही है। कई इलाके ऐसे हैं, जहां दिन में एक बार भी पानी नहीं आ रहा है। ऐसे इलाकों में जलापूर्ति के लिए पानी के टैंकर भेजे जा रहे हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा सहित गाजियाबाद में लोगों को बिजली के संकट का सामना करना पड़ रहा है। नो पावर कट जोन कहे जाने वाले इन इलाकों में भी लोगों को घंटों बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।