बता दें कि पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस स्कूल का उद्घाटन करने वाले हैं, उसके उद्घाटन का निमंत्रण साझा करने के लिए सोमवार को ट्विटर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि सक्सेना का ‘श्रेय लेने’ के लिए कार्यक्रम में स्वागत है।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने ट्वीट में लिखा, ‘केजरीवाल जी के सामने नारे लगाने वाले फोर्थ पास राजा के प्रतिनिधियों को जवाब। केजरीवाल जी आज उत्तम नगर में एक और विश्व स्तरीय स्कूल का उद्घाटन करेंगे। मिस्टर एलजी, आप चाहें तो इसका श्रेय लेने के लिए भी पहुंच सकते हैं।’
बता दें कि सूरजमल विहार में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पूर्वी दिल्ली परिसर के नए सभागार में पिछले गुरुवार को नारेबाजी और हूटिंग हुई थी क्योंकि यहां उद्घाटन समारोह के दौरान आप और भाजपा कार्यकर्ताओं ने एलजी और केजरीवाल के भाषणों को बाधित किया था।
यह भी पढ़े – ISI आतंकियों की नई चाल, इस काम के लिए महिलाओं-बच्चों को बना रहा निशाना परिसर का उद्घाटन कौन करेगा, इस पर शिक्षा मंत्री आतिशी और उपराज्यपाल के कार्यालय में बहस की पृष्ठभूमि में बार-बार व्यवधान आया। यह तब भी आया जब दोनों पक्षों ने सप्ताहांत में अपेक्षाकृत स्वच्छ यमुना के लिए श्रेय का दावा करने की मांग की। जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सक्सेना को नदी की स्वच्छता के लिए शुरू की गई किसी भी नई परियोजना को पेश करने और आप सरकार के काम के लिए ‘क्रेडिट का दावा’ करने की चुनौती भी दी।
बता दें कि दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने पहले भी एलजी विनय सक्सेना से सवाल करते हुए कहा था कि जब आईपी यूनिवर्सिटी एक स्टेट यूनिवर्सिटी है। इसके ईस्ट कैंपस का पूरा निर्माण और कोर्स को दिल्ली सरकार ने डिजाइन किया है तो एलजी इसका उद्घाटन करने क्यों पहुंचे। एलजी ने यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षा विभाग पर क्यों दबाव बनाया कि यदि उनसे आईपी यूनिवर्सिटी के ईस्ट कैंपस का उद्घाटन नहीं करवाया गया तो अफसरों को सस्पेंड कर देंगे।
आतिशी ने कहा कि वीके सक्सेना को एलजी बने 8 से 10 महीने हुए हैं, जबकि केजरीवाल सरकार पिछले 8 साल से काम कर रही है। फिर भी एलजी क्यों केजरीवाल सरकार के कामों का क्रेडिट लेने और फोटो खिंचवाने की होड़ में लगे रहते हैं।