इसके साथ ही EGI ने कहा कि “IT विभाग का सर्वे सरकारी एजेंसियों का यूज करके उन प्रेस संगठनों को डराने व परेशान करने की प्रवृत्ति के तहत है, जो सरकारी नीतियों या सत्ता प्रतिष्ठान की आलोचना करते हैं। सितंबर 2021 में IT विभाग ने न्यूजक्लिक और न्यूजलॉन्ड्री के दफ्तरों का इसी तरह सर्वे किया गया था। जून 2021 में दैनिक भास्कर और भारत समाचार के खिलाफ सर्वे हुए थे। प्रत्येक मामले में छापे और सर्वेक्षण समाचार संगठनों द्वारा सरकारी प्रतिष्ठान के महत्वपूर्ण कवरेज की पृष्ठभूमि के खिलाफ थे।”
संवैधानिक लोकतंत्र को कमजोर करती ऐसी प्रवृत्ति
एडिटर्स गिल्ड ने सीधे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “यह एक ऐसी प्रवृत्ति है जो संवैधानिक लोकतंत्र को कमजोर करती है। गिल्ड की मांग है कि इस तरह की सभी जांचों में बहुत सावधानी और संवेदनशीलता दिखाई जाए ताकि पत्रकार मीडिया संगठनों के अधिकारों को कमजोर न किया जा सके। इसके अलावा गिल्ड अपनी पहले की मांग को दोहराता है कि सरकारें सुनिश्चित करें कि इस तरह की जांच निर्धारित नियमों के भीतर की जाती है और यह कि वे स्वतंत्र मीडिया को खत्म करने के लिए उत्पीड़न के साधनों में न बदल जाएं।”
भारत विरोधी प्रचार में लिप्त है BBC: भाजपा
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कई तरह के आरोप लगाते हुए कहा कि “बीबीसी सबसे भ्रष्ट संगठन है। आयकर विभाग को अपना काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए। अगर बीबीसी ने कुछ भी गलत नहीं किया है, तो डर क्यों रहे हैं।” इसके साथ ही भाटिया ने कहा कि बीबीसी को भारत में काम करते हुए जहर नहीं उगलना चाहिए। भारत एक ऐसा देश है जो हर संगठन को मौका देता है… जब तक आप जहर नहीं उगलते। इसके अलावा गौरव भाटिया ने यह भी कहा कि “बीबीसी भारत विरोधी प्रचार में लिप्त है।”
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “यहां हम JPC की मांग अदाणी के मामले में और वहां सरकार BBC के पीछे पड़ी है, विनाशकाले विपरीत बुद्धि।”