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चुनाव आयोग की सियासी दलों को एडवाइजरी, ECI ने कहा- AI और डीपफेक का किया गलत इस्तेमाल तो…

ECI Advisory On AI and Deep Fake: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने गलत सूचना के कुप्रभाव को बढ़ाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप फेक (Deep Fake) की क्षमता के खिलाफ लगातार आगाह किया है।

नई दिल्लीJan 16, 2025 / 02:13 pm

Akash Sharma

Election Commission of India

ECI Advisory On AI and Deep Fake: भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जिम्मेदार और पारदर्शी उपयोग का आग्रह किया है। ECI की ओर से राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से AI की ओर से बनाई गई सिंथेटिक सामग्री का उचित रूप से खुलासा और लेबल करने को कहा गया। राजनीतिक प्रचार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कृत्रिम रूप से उत्पन्न सामग्री के बढ़ते उपयोग और मतदाताओं की राय और विश्वास को प्रभावित करने की उनकी क्षमता के मद्देनजर, ECI ने राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार में AI-जनित सामग्री के उपयोग में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए एक एडवाइजरी (Advisory) जारी की है।

AI और डीप फेक को लेकर कही ये बात


मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने गलत सूचना के कुप्रभाव को बढ़ाने में AI और डीप फेक (Deep Fake) की क्षमता के खिलाफ लगातार आगाह किया है। दिल्ली विधानसभा चुनावों (Delhi Elections 2025) की घोषणा करते हुए हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस में, CEC ने प्रशासन को गलत सूचना फैलाने के किसी भी प्रयास के प्रति सतर्क रहने और उन्हें रोकने के लिए तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया, खासकर जहां भी इससे चुनावी प्रक्रियाओं में विश्वास खत्म होने की संभावना है। उन्होंने राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार में गरिमा और शिष्टाचार बनाए रखने का भी आग्रह किया था। यह सलाह ECI के प्रयासों के अनुरूप है ताकि समान अवसर के लिए AI और सोशल मीडिया का जिम्मेदार उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। GELS 2024 के दौरान, आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे।

फोटो, वीडियो, ऑडियो में लेबल देना जरूरी


अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए, चुनाव आयोग की ओर से हाल ही में जारी की गई सलाह में लेबलिंग और प्रकटीकरण मानदंड पेश किए गए हैं, जिसके तहत पार्टियों को AI तकनीकों की ओर से उत्पन्न या महत्वपूर्ण रूप से परिवर्तित किसी भी फोटो, वीडियो, ऑडियो या अन्य सामग्री को AI-जनरेटेड/डिजिटली / सिंथेटिक सामग्री जैसे संकेतन के साथ स्पष्ट रूप से लेबल करने की आवश्यकता है। इसमें राजनीतिक दलों को अभियान विज्ञापनों या प्रचार सामग्री के प्रसार के दौरान अस्वीकरण शामिल करने की भी आवश्यकता है, जहां भी सिंथेटिक सामग्री का उपयोग किया जाता है।

दिल्ली चुनाव 2025 के लिए स्पेशल ऑटो-रिक्शा लॉन्च

इससे पहले 15 जनवरी को, 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए, मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) आर. एलिस वाज़ ने बुधवार को शहर के 70 निर्वाचन क्षेत्रों में 3,000 से अधिक ऑटो-रिक्शा लॉन्च किए। आधिकारिक बयान के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना है। बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) आर. एलिस वाज ने विशेष रूप से डिजाइन किए गए ऑटो के एक बेड़े को हरी झंडी दिखाई। ये ऑटो-रिक्शा सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में चलेंगे, लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बारे में जागरूकता फैलाएंगे और सक्रिय मतदाता भागीदारी को प्रोत्साहित करेंगे। इस व्यापक अभियान के लिए 3,000 से अधिक वाहन तैनात किए गए हैं। 
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Delhi इलेक्शन 2025 शेड्यूल

दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और मतों की गिनती 8 फरवरी को होगी। नॉमिनेशन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी है। नामांकन पत्रों की जांच की तिथि 18 जनवरी है। इसके अलावा नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है।

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