नवरात्र के इस पर्व पर दुर्गा पूजा ( Durga Puja 2021 ) के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने नई दिशा निर्देशिका जारी की है। दरअसल कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस वर्ष भी कुछ पाबंदियों के बीच ही नवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है। ममता बनर्जी सरकार ने इस वर्ष पूजा कार्निवाल पर रोक लगा दी है। कोविड-19 के चलते इस वर्ष पूजा कार्निवाल का आयोजन नहीं किया जाएगा।
यह भी पढ़ेँः Sharadiya Navratri 9 साल बाद 8 दिन के शारदीय नवरात्र, 6 दिन विशेष संयोग नवरात्रि का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने साफ कर दिया है कि इस वर्ष मूर्ति विसर्जन के दौरान होने वाला पूजा कार्निवाल का आयोजन नहीं किया जाएगा।
इसके साथ ही दुर्गा पूजा के दौरान मास्क जरूरी होगा और सैनिटाइजर रखना होगा। पंडाल को खुला रखना होगा। पूजा का उद्घाटन धूमधाम से नहीं किया जाएगा। सीएम ममता बनर्जी ने एक दिन पहले महालया के अवसर पर कई पूजा पंडालों का उद्घाटन किया। सीएम ममता बनर्जी ने उद्घाटन के दौरान साफ कहा कि मास्क पहनना जरूरी है।
कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि वैक्सीन को दोनों डोज लेने के बावजूद लोगों को कोरोना हो रहा है। ये सरकार की गाइडलाइन
राज्य सरकार की ओर से जारी निर्देशिका में पूजा आयोजकों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया गया है कि दुर्गा पूजा पंडाल इस तरह से बनाने होंगे ताकि दूर से ही लोग मां दुर्गा के दर्शन कर सकें।
राज्य सरकार की ओर से जारी निर्देशिका में पूजा आयोजकों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया गया है कि दुर्गा पूजा पंडाल इस तरह से बनाने होंगे ताकि दूर से ही लोग मां दुर्गा के दर्शन कर सकें।
हालांकि हाईकोर्ट ने दुर्गापूजा पंडालों में प्रवेश पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में पूजा पंडाल के करीब आने वालों के प्रवेश और निकासी की बेहतर व्यवस्था करनी होगी ताकि अधिक से अधिक शारीरिक दूरी ( Social Distancing ) का पालन हो सके।
इसके अलावा जो लोग बिना मास्क नजर आएंगे उनके बीच मास्क का वितरण करने का निर्देश भी पूजा आयोजकों को दिया गया है। दुर्गा पूजा पंडाल के करीब कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। इसको लेकर आयोजकों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में पूजा पंडाल के पास पर्याप्त संख्या में स्वयंसेवक होने चाहिए। इनका काम कोरोना सुरक्षा नियमों का ठीक से पालन करवाना है।
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अष्टमी के दिन अर्पित होने वाली पुष्पांजलि के लिए किसी को भी पुजारी के करीब जाने की अनुमति नहीं होगी बल्कि माइक्रोफोन पर सार्वजनिक तौर पर मंत्रोचार करते हुए पुष्पांजलि का समर्पण होगा।
अष्टमी के दिन अर्पित होने वाली पुष्पांजलि के लिए किसी को भी पुजारी के करीब जाने की अनुमति नहीं होगी बल्कि माइक्रोफोन पर सार्वजनिक तौर पर मंत्रोचार करते हुए पुष्पांजलि का समर्पण होगा।
सोशल मीडिया के जरिए भी दुर्गा पूजा आयोजकों को कोरोना प्रोटोकॉल संबंधी प्रचार प्रसार के लिए कहा गया है।
इसके अलावा दुर्गा पूजा विसर्जन को लेकर भी विशेष तौर पर सतर्कता बरतने, भीड़ भाड़ एकत्रित नहीं करने और किसी भी तरह की शोभा यात्रा नहीं निकालने को कहा गया है।
इसके अलावा दुर्गा पूजा विसर्जन को लेकर भी विशेष तौर पर सतर्कता बरतने, भीड़ भाड़ एकत्रित नहीं करने और किसी भी तरह की शोभा यात्रा नहीं निकालने को कहा गया है।
किसी भी आपात स्थिति में पूजा समितियों को दमकल विभाग नि:शुल्क सेवाएं प्रदान करेगा। बिजली की कीमत पर 50 फीसदी की छूट दी जाएगी।