डीआरआई के अधिकारियों को विशिष्ट खुफिया जानकारी मिली थी कि मछली पकड़ने वाली नाव के जरिए एक गिरोह द्वारा रामनाथपुरम जिले के वेधलाई तट पर श्रीलंका से भारत में सोने की तस्करी की जा रही है। इसके बाद डीआरआई और आईसीजी के अधिकारियों ने 03 और 04 अप्रैल की मध्यरात्रि को मंडपम के पास वेदलाई तटीय क्षेत्र में मछली पकड़ने वाली संदिग्ध नौकाओं की आवाजाही पर निगरानी रखी।
चार अप्रैल को अधिकारियों ने मध्य समुद्र में एक संदिग्ध नाव की पहचान की और आईसीजी पोत का उपयोग करके उसका पीछा किया तथा उसे रोक लिया। इससे पहले अधिकारियों ने देखा कि नाव पर सवार व्यक्तियों में से एक ने सोने की एक खेप का समुद्र में फेंक दिया। नाव पर तीन लोग सवार थे और उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने ने स्वीकारा कि समुद्र में फेंकी गई खेप में श्रीलंका से लाया गया सोना था और उसे तस्करी कर भारत लाया जा रहा था।
इस बीच, सीपीयू रामनाथपुरम के अधिकारी भी एक नाव के जरिए इस अभियान शामिल हो गए और उस स्थान को घेर लिया गया जहां तस्करी का सोना समुद्र में फेंका गया था और तलाशी अभियान शुरू हुआ। शुक्रवार को अपराह्न समुद्र तल पर व्यापक तलाशी अभियान के बाद तस्करी का सोना बरामद किया गया। बरामद खेप को खोलने पर पाया गया कि विभिन्न आकारों के कच्चे सोने की छड़ें हैं, जिनका वजन 4.9 किलोग्राम था। जब्त सोने की कीमत 3.43 करोड़ रुपये आंकी गयी है। डीआरआई अधिकारियों ने तस्करी का सोना जब्त कर लिया है और तस्करों से पूछताछ की जा रही है।