डीआरआई अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर व आसपास के इलाकों में वन्य जीवों का अवैध व्यापार करने वाले गिरोह के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। इस पर डीआरआई की मुंबई की आंचलिक इकाई (गोवा क्षेत्रीय इकाई) के अधिकारियों ने योजना बनाकर विशेष ऑपरेशन चलाया। इसके लिए अधिकारी खरीदार बनकर श्रीनगर पहुंचे और अवैध व्यापार में शामिल गिरोह के लोगों से सम्पर्क साधा।
कई दौर की बातचीत के बाद तस्कर एक तेंदुए की खाल लेकर श्रीनगर में डलगेट के पास पूर्व-निर्धारित स्थान पर पहुंचे। निगरानी पर तैनात अधिकारियों ने वहां एक व्यक्ति को पकड़ लिया। इसकी निशानदेही पर उसके एक अन्य साथी को श्रीनगर में दूसरी जगह से दबोचा गया। इधर, अधिकारियों की दूसरे गिरोह के साथ सौदेबाजी जारी रही। रातभर की बातचीत के बाद तस्कर एक जगह पर तेंदुए की तीन खालें लाने के लिए तैयार हो गए। वहां पहुंचते ही इन तीनों को पकड़ लिया गया। इनकी निशानदेही पर कुछ दूरी पर खड़े इनके तीन अन्य साथी भी पकड़ में आ गए।
डीआरआई अधिकारियों के अनुसार तेंदुओं का शिकार लद्दाख, डोडा व ऊरी में किया गया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक पुलिस कांस्टेबल भी शामिल है। गिरफ्तार 8 व्यक्तियों से जम्मू-कश्मीर वन्यजीव संरक्षण विभाग के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। इनके खिलाफ अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।