23.35 फीसदी घरेलू बिजली दर बढ़ाने का था प्रस्ताव
चंडीगढ़ प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग ने इस बार 23.35 फीसदी घरेलू बिजली के दाम बढ़ने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद 21 जून को सेक्टर-10 के गवर्नमेंट म्यूजियम और आर्ट गैलरी का ऑडिटोरियम में हुई जनसुनवाई में आम जनता ने जबरदस्त विरोध किया था। आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेता इस सुनवाई में भिड़ गए थे। सुनवाई की हालत इतनी खराब हो गई थी कि पुलिस बुलानी पड़ी थी।
शुरुआती स्लैब में कोई बढ़ोतरी नहीं
चंडीगढ़ इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ने 0-150 यूनिट के बीच कोई बढ़ोतरी नहीं की है। 151 से 400 यूनिट तक पहले 4.25 रुपए थे और अब 4.80 रुपए और 400 यूनिट से ज्यादा प्रति यूनिट 4.65 रुपए की जगह अब 5.40 रुपए खर्च करने होंगे। फिक्स चार्ज को 15 से बढ़ाकर 30 रुपए कर दिया गया है। कमर्शियल में पहले दो स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 400 यूनिट से ऊपर के लिए पहले 5 की जगह 5.90 रुपए प्रति यूनिट खर्च करने होंगे।
चंडीगढ़ को बिजली मुफ्त देने का किया था वायदा
लोकसभा चुनाव के दौरान चंडीगढ़ में बिजली की कीमत एक बड़ा मसला थी। इस दौरान मौजूदा सांसद मनीष तिवारी ने साफ कहा कि अगर वह सांसद बनते हैं तो 300 यूनिट बिजली आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को फ्री दी जाएगी। नगर निगम की बैठक में इसे पास भी कर दिया था लेकिन चंडीगढ़ प्रशासक ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद अभी रोक को लेकर रस्साकशी जारी है।